पर्यावरण बचाने को जीआईसी मालदेवता के छात्रों ने प्लास्टिक के कचरे से बनाएं ईको ब्रिक

-अभिव्यक्ति सोसाइटी की पहल पर प्लास्टिक के कचरे को न जलाने का छात्रों ने लिया है संकल्प

देहरादून। प्लास्टिक के कचरे से ईको ब्रिक बनाकर देहरादून के राजकीय इण्टर कालेज मालदेवता के छात्रों ने पर्यावरण को बचाने के अपने संकल्प को साकार कर दिखाया है। खाने पीने के सामान के रैपर्स और पॉलीथिन से ईको ब्रिक बनाकर छात्र भविष्य में भी पर्यावरण संरक्षण की मुहिम में अपना योगदान देने को उत्साहित हैं।
जीआईसी मालदेवता के प्रवक्ता एवं विद्यालय के एनएसएस प्रभारी संजीव सैनी ने बताया कि उनके विद्यालय के हर छात्र को पढ़ाई के साथ-साथ स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अपने दायित्वों को निभाने के लिए भी शिक्षित किया जाता है। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले सामाजिक सरोकारों से जुड़ी दून की अभिव्यक्ति सोसाइटी के प्रशिक्षकों ने उनके विद्यालय के छात्रों को प्लास्टिक के कचरे का पुर्नइस्तेमाल करते हुए ईको ब्रिक बनाने को जागरूक किया गया जिसके परिणाम स्वरूप बच्चों ने 170 ईको ब्रिक बनाकर अपने संकल्प को प्रदर्शित किया है। उन्होंने यह भी कहा कि इन ईको ब्रिक का इस्तेमाल विद्यालय परिसर में चबूतरे एवं सीढ़ियों आदि के निर्माण में किया जाएगा। अभिव्यक्ति सोसाइटी की दामिनी ममगाईं ने रांइंकॉ मालदेवता के छात्रों की उपलब्धि को सराहा है। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की टीम गांवों और स्कूल के बच्चों को प्लास्टिक के कचरे को जलाने से होने वाले दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करती रहती है। उनका कहना है कि पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने के लिए प्लास्टिक और पॉलीथिन के दोबारा इस्तेमाल के तरीकों पर चर्चा और लोगों को जागरूक किया जाना बेहद जरूरी है। ईको ब्रिक बनाने वाले छात्रों में सुहानी बिष्ट, आश्ना रावत, हिमाद्री नेगी, आरती कैंतूरा, अभिषेक मनवाल, नेहा राणा, आर्दश पंवार, रोहित, शिवानी, आशीष, स्वाति, अनुज आदि शामिल रहे।

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