आईआईटी जोधपुर के मटीरियल्स रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया के सहयोग से आईयूएमआरएस-आईसीए सम्मेलन का आयोजन

देहरादून। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर इंटरनेशनल यूनियन ऑफ मैटेरियल्स रिसर्च सोसाइटी-इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस इन एशिया-2022 (आईयूएमआरएस-आईसीए-2022) का आयोजन कर रहा है। इस साल 19 से 23 दिसंबर 2022 तक आईयूएमआरएस-आईसीए -2022 का आयोजन मैटेरियल रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया (एमआरएस-आई) और आईआईटी जोधपुर करेगा। यह शिक्षा और उद्योग जगत दोनों के शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों के लिए उच्च गुणवत्ता के विचारों और अत्याधुनिक वैज्ञानिक शोधों के आदान-प्रदान का उत्साहवर्धक अवसर है। सम्मेलन का उद्देश्य छात्रों और शोधकर्ताओं सहित सभी भागीदारों को नेटवर्किंग और परस्पर सहयोग में मदद करना है। सभी आईआईटी, आईआईएससी, आईआईएसईआर, डीआरडीओ, सीएसआईआर और डीएई संस्थानों से लगभग 900 प्रतिभागियों के इसमें भाग लेने की उम्मीद है।
आईयूएमआरएस-आईसीए 2022 सम्मेलन के विशिष्ट वक्ताओं में खास तौर से प्रो. उमेश वी. वाघमारे, अध्यक्ष, भारतीय विज्ञान अकादमी, प्रो. चेन्नुपति जगदीश, अध्यक्ष, ऑस्ट्रेलियाई विज्ञान अकादमी, प्रो. एस.बी. कृपानिधि, अध्यक्ष, मैटेरियल्स रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया और प्रो. रोड्रिगो फेराओ डी पाइवा मार्टिन्स, अध्यक्ष, आईयूएमआरएस और यूरोपीय विज्ञान अकादमी आदि उल्लेखनीय हैं। मटीरियल्स अनुसंधान की आवश्यकता और महत्व पर प्रकाश डालते हुए आईआईटी जोधपुर के निदेशक प्रो शांतनु चौधरी ने कहा मटीरियल्स साइंस न केवल उद्योग में बल्कि हमारे दैनिक जीवन में भी महत्वपूर्ण कार्यान्वयन प्रदान करता है। आईआईटी जोधपुर में एक मटीरियल्स अनुसंधान समूह है जिसमें बहु-विषयक शोधकर्ता शामिल हैं जिनका उद्देश्य भविष्य के अनुप्रयोगों के लिए वास्तविक जीवन की समस्याओं को हल करना है। आईयूएमआरएस-आईसीए 2022 मैटेरियल्स साइंस में विचारों को शुरू करने और लागू करने के लिए दुनिया भर के शोधकर्ताओं को प्रेरित करेगा। आईयूएमआरएस आईसीए 2022 के दौरान शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं को संबोधित करते हुए मटीरियल्स रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया एमआरएसआई के प्रेसिडेंट प्रो एस बी कृपानिधि ने कहा मटीरियल्स साइंस एक ऐसा समुदाय है जहां भौतिक विज्ञान रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान जैसे अन्य सभी वैज्ञानिक क्षेत्र सामाजिक विकास के लिए एक साथ योगदान दे रहे हैं। एक शोधकर्ता के रूप में हमारा ध्यान प्रकाशनों के बजाय सामाजिक विकास के ऊपर होना चाहिए जहां मटीरियल्स साइंस इन सभी पहलुओं को प्राप्त करने के लिए एक पुल के रूप में काम करता है।

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