जनता और आप का संघर्ष रंग लाया, मां गंगा को मिला उसका आस्तित्व, आप कार्यकर्ताओं ने बांटी मिठाई

-गंगा को मिला उसका आस्तित्व, ये जीत समर्पित है आम जनता कोः रविन्द्र सिंह आनन्द
देहरादून । मां गंगा को लेकर बीजेपी और कांग्रेस की सियासत को एक बड़ा झटका तब लगा जब लगातार आप कार्यकर्ताओं, आम जनता और पुरोहित ने सरकार पर दबाव डाला और आखिरकार ये संघर्ष रंग लाया। कल मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को करोड़ों हिंदुओं की आस्था और आप कार्यकर्ताओं के संघर्ष के आगे झुकना पड़ा। अब हरिद्वार में गंगा अपने मूल स्वरूप गंगा की तरह बहेगी ना कि स्कैप चैनल के तौर पर। इस अवसर पर आप के प्रदेश अध्यक्ष ने एक बयान जारी करते हुए कहा,ये जीत है करोड़ों हिंदुओं की आस्था की,ये जीत है आम आदमी पार्टी के संघर्ष की, और ये जीत समर्पित है तमाम उस जनता की जिन्होंने गंगा के मूल स्वरूप को लाने की लड़ाई में आप का साथ दिया।इस अवसर पर आप कार्यकर्ताओं ने प्रदेश में जगह जगह, मिष्ठान वितरण कर खुशियां मनाई ।
आपको बता दें 2016 से  मां गंगा के आस्तित्व के साथ हरीश रावत सरकार ने खिलवाड़ किया था और एक अध्यादेश पारित कर इसे स्कैप का नाम दे दिया था,जो करोड़ों हिंदुओं की आस्था के साथ बहुत बड़ा खिलवाड़ था। उसके बाद हिंदुत्व की ठेकेदार बताने वाली पार्टी बीजेपी ने इस मौके पर जमकर राजनीति की और 2017 का चुनाव इसी मुद्दे पर लड़ा और कहा था उनकी सरकार बनते ही 24 घंटो में इस अध्यादेश को निरस्त कर दिया । बीजेपी के 4 साल का समय निकल गया लेकिन बीजेपी को इस अध्यादेश को निरस्त करने का हौसला नहीं दिखा पाई या यूं कहे बीजेपी कभी चाहती ही नहीं थी । इससे बीजेपी की कथनी और करनी जनता साफ तौर पर देख चुकी थी। जब आम आदमी पार्टी ने गंगा को बचाने और इसके आस्तित्व को वापिस लाने के लिए पूरे प्रदेश में जनांदोलन किए,मुख्यमंत्री आवास कूच किया,जनजागृति अभियान चलाया तब जाकर त्रिवेंद्र सरकार को झुकना पड़ा और आम आदमी पार्टी समेत तमाम लोगों के सड़कों पर उतर कर किए गए संघर्ष की जीत हुई।
आप प्रवक्ता रविन्द्र सिंह आनन्द  ने कहा, ये जीत सिर्फ आम आदमी पार्टी की जीत नहीं है बल्कि हर उस आदमी की जीत है जो मां गंगा पर अपनी पूरी आस्था रखती हैं। 2016 में हरीश रावत सरकार ने जनता की भावनाओं से खिलवाड़ करते हुए और हरिद्वार के कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए जिस  गंगा को स्कैप चैनल का दर्जा दे दिया था आज उनको कम से कम इसपर अब सियासत करने से बाज आना चाहिए । वहीं इसका श्रेय लेने से पहले ये  नहीं भूलना चाहिए कि इस आंदोलन के दौरान, आम आदमी पार्टी के कई कार्यकर्ताओं पर त्रिवेंद्र सरकार ने बेवजह के मुकदमे भी दर्ज करवाए लेकिन आप पार्टी और उसके सैकडों कार्याकर्ता मां गंगा के आस्तित्व को लेकर लगातार सड़कों पर संघर्षरत रहे।। त्रिवेंद्र सरकार ने बाल आयोग द्वारा आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया और प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर को इस  लड़ाई से दूर करने के लिए लिए नोटिस तक भेजा जिसका आम आदमी पार्टी ने दिल्ली समेत पूरे उत्तराखंड में कड़ा विरोध किया था। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर जगह जगह सरकार द्वारा मुकदमे भी दर्ज भी कराए गए लेकिन आम आदमी पार्टी, मां गंगा के सम्मान , और करोड़ों हिंदुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ रोकने को  पीछे नहीं हटी , आखिरकार आम आदमी पार्टी के आगे राज्य सरकार को झुकना ही पड़ा। सरकार को मजबूरन पीछे हटते हुए पुराना आदेश निरस्त करना पड़ा। इस जीत को आप पार्टी पूरे प्रदेश की जनता को समर्पित करती है। आप पार्टी के सकैडों कार्यकर्ताओं ने आज पूरे प्रदेश में लोगों को मिठाईयां बांटी। आप पार्टी ने कहा कि जिस तरह से बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए पूरा देश दीपावली का पर्व मनाता है उसी तर्ज पर आज मिठाईयों का वितरण करते हुए आज असली दिवाली मनाई है।

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