सामाजिक आर्थिक सर्वे, कांग्रेसी लूट का खतरनाक इरादाः बंसल

-सर्वे से कांग्रेस का पंजा, जनता की संपत्ति को हड़पना चाहता
-कांग्रेस अपने छिपाए सच को स्वीकारे या उसे घोषणा पत्र से हटाए

देहरादून। भाजपा ने सामाजिक आर्थिक सर्वे पर कांग्रेस के खतरनाक इरादे को लेकर जनता को आगाह किया है। राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय सह कोषाध्यक्ष नरेश बंसल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का पंजा लोगों की संपति हड़पने का हिडन एजेंडा लेकर आया है, जिसका खुलासा स्वयं कांग्रेस के पारिवारिक सलाहकार सेम त्रिपोदा ने कर दिया है। उन्होंने चुनौती दी कि कांग्रेस अपने छिपाए सच को स्वीकार करे या उसे घोषणा पत्र से हटाए।
पार्टी मुख्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए श्री बंसल ने सैम त्रिपोदा के बयान का हवाला देते हुए कहा, कांग्रेस पार्टी के खतरनाक इरादे एक के बाद एक खुलकर सामने आ रहे हैं। शाही परिवार के शहजादे के सलाहकार, शहजादे के पिता जी के भी इस सलाहकार ने कुछ समय पहले कहा था कि हमारे देश का जो मिडिल क्लास है, जो मेहनत करके कमाते हैं, उन पर ज्यादा टैक्स लगना चाहिए। अब ये लोग उससे भी एक कदम आगे चले गए हैं। अब कांग्रेस का कहना है कि वो माता-पिता से मिलने वाली विरासत पर भी टैक्स लगाएगी। आप जो अपनी मेहनत से संपत्ति जुटाते हैं, वो आपके बच्चों को नहीं मिलेगी, वो भी कांग्रेस का पंजा आपसे छीन लेगा। कांग्रेस का मंत्र है आपसे छीन लेना, आपको लूट लेना। कांग्रेस का मंत्र है, जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी। जब तक आप जीवित रहेगी, कांग्रेस आपको ज्यादा टैक्स से मारेगी। जब आप जीवित नहीं रहेंगे तो इन हेरिटेंट का टैक्स बोझ लाद देगी। जिन लोगों ने पूरी कांग्रेस पार्टी पैतृक संपत्ति मानकर अपने बच्चों को दे दी, वो नहीं चाहते कि सामान्य भारतीय अपने बच्चों को दें।
उन्होंने आरोप लगाया कि 60 के दशक से कांग्रेस ने तुष्टिकरण की राजनीति को चुनाव जीतने का हथियार बनाया। हम वर्षों से इसके खिलाफ लड़ रहे थे। 2014 से आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने विकास का एजेंडा देश में सेट किया जिसके बाद कांग्रेस लगातार पराजित हो रही है। अब कांग्रेस फिर से एक बार तुष्टिकरण के आधार पर आगे बढ़ना चाहती है। कांग्रेस और इंडी गठबंधन की नजर अब आपकी कमाई पर है। आपकी संपत्ति पर है। आपकी संपत्ति पर कांग्रेस अपना पंजा मारना चाहती है। किसके पास कितनी प्रॉपर्टी है, किसके पास कितना धन है, किसके पास कितने मकान हैं, कांग्रेस सरकार उसकी जांच कराएगी। यह जो संपत्ति है उनको सरकार अपने कब्जे में लेकर सभी को बांट देगी। हमारी माता-बहनों के पास सोना होता है, वह पवित्र माना जाता है। कानून भी उसकी सुरक्षा करता है। अब इनकी नजर इस पर भी है। माता-बहनों का सोना चुराने के लिए यह सर्वे कराना चाहते हैं। माताओं-बहनों का मंगलसूत्र अब सलामत नहीं रहेगा। ये सब कांग्रेस का घोषणापत्र कहता है। साथ ही आरोप लगाया कि इन परिवारवादी लोगों ने देश को लूटकर अपना इतना साम्राज्य बना लिया है । जनता के धन को लूटना, देश को लूटना ही कांग्रेस अपना जन्म सिद्ध अधिकार समझती है। इसी लिए कांग्रेस आर्थिक सर्वे की साजिश रच रही है, जिससे बच्चों के भविष्य के लिए बनाई एफडी, आपके गांव में पैतृक घर, संपति सब कुछ सर्वे के नाम पर कब्जा लिया जाएगा। कांग्रेस की नीति स्पष्ट है सर्वे कर जनता और उनके पुरखों की गाढ़ी कमाई को लूटा जाएगा । और उन्हें जिनको बांटा जाएगा, उनके लिए 2006 में पहले ही कह चुके हैं कि संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यक मुस्लिमों का है । उन्होंने कहा, कांग्रेस की नीति और उनके घोषणापत्र का हिडेन एजेंडा है, जातियों और उप-जातियों एवं सामाजिक-आर्थिक स्थितियों की गणना करना ।
कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में कहा है कि देश में बहुसंख्यकवाद की कोई जगह नहीं है, लेकिन अल्पसंख्यकवाद के लिए है । कांग्रेस के घोषणापत्र में यह कहा गया है कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बैंक बिना किसी भेदभाव के अल्पसंख्यकों को संस्थागत ऋण प्रदान करें। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि अल्पसंख्यकों को रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, सार्वजनिक रोजगार, सार्वजनिक कार्य अनुबंध, कौशल विकास, खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में बिना किसी भेदभाव के अवसरों का उचित हिस्सा मिले। यहां सुनिश्चित करने का स्पष्ट अर्थ है कि धर्म के आधार मुस्लिमों को आरक्षण, जिसका प्रयास यूपीए की मनमोहन सरकार अपने कार्यकाल में चार बार और आंध्र प्रदेश की सरकार में पांच बार किया जा चुका है। पत्रकार वार्ता में प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी, सह मीडिया प्रभारी राजेंद्र नेगी, प्रदेश प्रवक्ता कमलेश रमन, डॉक्टर आरपी रतूड़ी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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