#जी-20 के आयोजन को देखते हुए #ओणी गांव की #तस्वीर बदली

ऋषिकेश। जी-20 के आयोजन को देखते हुए ओणी गांव की तस्वीर आज पूरी तरह बदल गई है। जी-20 देशों के डेलीगेट्स 28 मई को ओणी गांव का दौरा करेंगे। वे यहां के विकास कार्य देखेंगे। पंचायतों की कार्यप्रणाली को समझेंगे और दोपहर में गांव में भोजन भी करेंगे। ऐसे में विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए गांव को सजाने-संवारने के साथ ही सुविधा संपन्न बनाया जा रहा है।
ओणी गांव हाईवे से करीब 3 किमी अंदर है। हाईवे को गांव से जोड़ने वाला संपर्क मार्ग मार्च 2023 तक बेहद संकरा था। गांव पहुंचने में ग्रामीणों को काफी दिक्कत होती थी, लेकिन अब 3 किमी लंबे इस संपर्क मार्ग का चैड़ीकरण कर दिया गया है। फिलहाल इस पर डामरीकरण का काम चल रहा है। गांव की बदहाल पड़ी आंतरिक सड़कों को दुरुस्त किया जा रहा है। यहां अब इंटरलॉकिंग टाइल्स और सीसी मार्ग बनाए जा रहे हैं। गांव में 40 सोलर स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं। जिनसे गांव की सड़कें पूरी रात रोशन रहती हैं।
गांव में भव्य और सर्वसुविधा संपन्न पंचायत भवन का निर्माण किया जा रहा है। पंचायत भवन में आने-जाने के लिए इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाई जा रही हैं। पंचायत भवन परिसर में ग्रामीणों के लिए ओपन जिम भी बनाया गया है। गांव के प्राथमिक विद्यालय में स्मार्ट क्लास सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। आंगनबाड़ी केंद्र का कायाकल्प करते हुए यहां आधुनिक रसोई का निर्माण किया गया है ताकि बच्चों को अच्छा खाना उपलब्ध हो सके। बर्तन बैंक और म्यूजियम बन रहा है। ग्राम प्रधान रविंद्र पुंडीर ने बताया कि गांव में बर्तन बैंक भी बनाया जा रहा है। जहां उन पुराने बर्तनों का संग्रह किया जाएगा जो अब चलन से बाहर हो रहे हैं। वन विभाग द्वार गांव में एक म्यूजियम भी बनाया जा रहा है। इसमें क्षेत्र में पाए जाने वाले वन्य जीवों की जानकारी भी मिलेगी। जी-20 के आयोजन के लिए चयनित होने पर हमारे गांव में सुविधाएं बढ़ी हैं। सड़कें बेहतरीन बन गई हैं। गांव काफी विकसित हो गया है। विदेशी मेहमान हमारे गांव की एक अच्छी याद लेकर ही लौटेंगे। जल जीवन मिशन के तहत गांव के हर घर को पेयजल कनेक्शन और विद्युत कनेक्शन से जोड़ दिया गया है। गांव में 10-10 हजार लीटर क्षमता के दो नए पेयजल टैंक भी बनाए गए हैं। बिजली आपूर्ति के लिए दो नए ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं। नए पोल लगाने के साथ ही पूरे गांव में बंच केबल बिछाई गई है। दो सार्वजनिक शौचालय भी बनाए गए। गांव में महिलाओं व पुरुषों के लिए चार-चार सीट वाले दो नए शौचालय भी बनाए गए हैं। वहीं सिंचाई के लिए लघु सिंचाई विभाग ने बोरिंग की है। जिससे गांव में पानी की किल्लत नही होगी। गांव में सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही रोजगार के साधान भी जुटाए गए हैं। इसके लिए उद्यान विभाग ने 80 फीसदी छूट पर 8 पॉलीहाउस बनाए हैं। इसके अलावा पशु पालन विभाग ने ग्रामीणों को कुक्कुट व मत्स्य पालन से भी जोड़ा है। गांव के सभी पशुओं की टैगिंग करने के साथ ही बीमा भी किया गया है। पर्यटकों के ठहरने के लिए गांव में होम स्टे भी बन रहे हैं।

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