केदारनाथ धाम को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने का विरोध

ऋषिकेश। केदारनाथ धाम को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने के सरकारी प्रयास का चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत ने विरोध किया है। तीर्थ पुरोहितों ने एक स्वर में कहा कि सरकार की ऐसी किसी भी मंशा को पूरा नहीं होने देंगे। इसके विरोध में आर-पार के संघर्ष का ऐलान किया।
गुरुवार को हरिद्वार रोड स्थित भगवान भवन आश्रम में चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत की बैठक में केदारनाथ धाम को राष्ट्रीय धरोहर घोषित के प्रस्ताव का पुरजोर विरोध किया गया। महापंचायत के अध्यक्ष कृष्णकांत कोटियाल ने कहा कि राज्य सरकार देवस्थानम बोर्ड भंग होने के बाद अब इस तरह के अनाप-शनाप निर्णय ले रही है। पुरातत्व विभाग की आड़ लेकर केदारनाथ धाम को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने के पीछे मुख्य मकसद धाम का सरकारी अधिग्रहण करना है। तीर्थपुरोहितों ने कहा कि केदारनाथ धाम के बाद बदरीनाथ फिर यमुनोत्री और गंगोत्री पर एकाधिकार करने का प्रयास सरकार का रहेगा। बैठक में कहा गया कि सरकार की प्राचीन परंपरा विरोधी किसी भी मंशा को पूरा नहीं होने देंगे। बैठक में राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने के बाबत निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। इस मौके पर महापंचायत महामंत्री हरीश डिमरी, कोषाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण जुगलाण, अखिलेश कोटियाल, अशोक रैवानी, अरूण भट्ट, अम्बिका कोटियाल, अजय बंदोलिया, त्रिकेश भट्ट आदि मौजूद रहे।

 783 total views,  1 views today

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *