आरटीआई को पेशा बना चुके दलालों से तंग आ चुकी है जनता, आर्थिक इतिहास खंगालने की जरूरत: मोर्चा

-आरटीआई के दलालों पर शिकंजा कसने को मोर्चा ने दी विजिलेंस में दस्तक

-जिनका जन सरोकार से कोई नाता नहीं, उन्होंने भी बना लिया कमाई का जरिया

देहरादून, गढ़ संवेदना। जन संघर्ष मोर्चा प्रतिनिधिमंडल ने मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में निदेशक, सतर्कता (विजिलेंस) अमित सिन्हा से मुलाकात कर प्रदेश भर में आरटीआई को पेशा बना चुके कुछ भ्रष्ट तत्वों/दलालों पर शिकंजा कसने व इनकी संपत्ति की जांच कराने को लेकर ज्ञापन सौंपा। श्री सिन्हा ने डीआईजी, विजिलेंस को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। नेगी ने कहा कि आरटीआई जैसे पवित्र व जनउपयोगी अधिकार (ब्रह्मास्त्र) को इन दलालों ने कमाई का जरिया बना कर आमजन का जीना मुश्किल कर दिया है द्यकई मामलों में ये दलाल भ्रष्ट अधिकारियों को अपने जाल में फंसा कर उनसे उगाही कर मामले को रफा-दफा कर देते हैंद्य कई दफा तो ये भिन्न-भिन्न नामों से सूचना मांगकर अपने गिरोह को और मजबूत करने का काम करते हैं। नेगी ने कहा कि अधिकांश मामलों में जिन व्यक्तियों का जन सरोकार व जनता की पीड़ा से कोई लेना देना नहीं है वो इस हथियार की आड़ में इसको उद्योग बना चुके हैं। दलालों की वजह से आरटीआई की मर्यादा व इसका सम्मान दिन-प्रतिदिन कम होता जा रहा है। आज जरूरत इन भ्रष्टों के आर्थिक इतिहास को खंगालने की जरूरत है। मोर्चा प्रतिनिधिमंडल ने निदेशक से विस्तार से वार्ता कर इनके गिरोह को नेस्तनाबूद कर जनता को राहत दिलाने का आग्रह किया। प्रतिनिधिमंडल में मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, विजयराम शर्मा व दिलबाग सिंह शामिल थे।