संस्कृत शिक्षा निदेशक रहे शिव प्रसाद खाली को सेवानिवृत्ति पर दी भावभीनी विदाई

देहरादून। उत्तराखंड संस्कृत अकादमी एवं संस्कृत शिक्षा निदेशालय में संस्कृत शिक्षा निदेशक शिव प्रसाद खाली का विदाई समारोह बहुत ही भव्यता के साथ आयोजित किया गया। इस अवसर पर कुलपति उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय कुलसचिव उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय पूर्व प्राचार्य ओमप्रकाश भट्ट उत्तराखंड संस्कृत शिक्षा परिषद सचिव डॉ वाजश्रवा आर्य शोध अधिकारी डॉक्टर हरीश गुरुरानी संस्कृत विद्यालय महाविद्यालय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामभूषण बिजल्वाण प्रदेश महामंत्री डॉक्टर कुलदीप पंत  संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रो शैलेश तिवारी प्रबंधकीय शिक्षक संघ के अध्यक्ष भगवती प्रसाद बिजल्वाण एवं डॉ जनार्दन कैरवान् सहित कई प्राचार्य शिक्षक कर्मचारी अधिकारी उपस्थित रहे हैं।
इस अवसर पर सभी ने अपने वक्तव्य में श्री खाली के साथ बिताए सुखद संस्करणों को याद किया कुलपति प्रोफेसर दिनेश शास्त्री  ने कहा कि श्री खाली एक अच्छे कुशल प्रशासक के साथ सौम्य और सरलता की प्रतिमूर्ति है। कुलसचिव गिरीश कुमार अवस्थी ने भी उनके साथ बिताए अपने अनुभव सभी के साथ साझा किये श्री अवस्थी ने कहा कि शासन प्रशासन में जब-जब भी निदेशक के रूप में खाली जी के साथ बैठकों में रहना हुआ तब तब किसी भी विषय पर विशेष करके संस्कृत के संवर्धन के लिए खाली जी का दृष्टिकोण हमेशा सकारात्मक रहा है जो हम सबके लिए अनुकरणीय है। इस अवसर पर डॉक्टर राम भूषण बिजल्वाण ने कहा कि संस्कृत शिक्षा विभाग में अब तक जितने भी निदेशक आए हैं सबसे उत्कृष्ट कार्य अगर रहा है तो श्री खाली का रहा है डॉ बिजल्वाण ने आगे कहा कि श्री खाली बहुत ही सकारात्मक दृष्टिकोण के अधिकारी रहे हैं खाली जी जैसा संस्कृत का विद्वान अधिकारी के रूप में मिलना संस्कृत जगत के लिए सौभाग्य की बात रही है हम सबके लिए सदैव प्रेरणास्रोत रहेंगे खाली जी
परिषद सचिव डॉक्टर  वाजश्रवा आर्य ने भी  खाली जी के साथ बिताए अपने संस्मरण साझा  किये डॉ आर्य ने कहा कि  खाली जी ने अपने अधीनस्थ सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को भरपूर सम्मान दिया है कभी भी किसी अधीनस्थ का अहित नहीं किया हमेशा सबके हित की बात करते रहे हैं ऐसे सौहार्दपूर्ण पूर्ण और सरल अधिकारी मिलना संभव नही है । कार्यक्रम का संचालन कर रहे हैं अकादमी के शोध अधिकारी डॉक्टर हरीश गुरुरानी ने कहा की संस्कृत अकादमी के सचिव के रूप में दो वर्ष के कार्यकाल में श्री खाली ने बहुत ही ऐतिहासिक कार्य किए हैं जो अकादमी के इतिहास में सदैव अविस्मरणीय करेंगे खाली जी का प्रत्येक कार्य और फाइलों के प्रति हमेशा बहुत सकारात्मक दृष्टिकोण रहा है जिससे कार्यों को गति देने में अत्यंत सरलता होती थी । इसी प्रकार से इस अवसर पर सभी ने अपने अपने अनुभव साझा किए खाली जी सपत्नीक कार्यक्रम में उपस्थित रहे हैं जब भी कोई संस्मरण सुना रहा था तो खाली जी अत्यंत भावुक दिखे अपने वक्तव्य को भी अवरुद्ध कंठ के साथ पूरा किया शिव प्रसाद खाली ने कहा कि आज मेरे जीवन की जो उपलब्धि है इसके पीछे संस्कृत का छात्र रहना मूल बात है संस्कृत की सेवा करने करना मेरे लिए बड़े ही सौभाग्य की बात है।  सम्मान के क्रम में माध्यमिक शिक्षक संघ ने खाली जी का भव्य सम्मान किया है । इस अवसर पर डॉ शैलेन्द्र डंगवाल डॉ संतोष मुनि पालीवाल आदि कई शिक्षक कर्मचारी उपस्थित रहे है।

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