बाइडन करेंगे पावर ट्रांसफर, अगले कुछ दिनों के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति की जिम्मेदारी संभालेंगी कमला हैरिस

वाशिंग्टन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की कोलोनोस्कोपी के दौरान शुक्रवार को अमेरिकी सत्ता की बागडोर उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के पास रहेगी क्योंकि इस दौरान बाइडन एनेस्थीसिया के प्रभाव में होंगे। इस दौरान वे अमेरिका के संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन करने की स्थिति में नहीं होंगे। यही कारण है कि कमला हैरिस को यह जिम्मेदारी संभालेंगी। अमेरिका के 250 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब देश की सत्ता किसी महिला के हाथ में होगी। यहां यह उल्लेखनीय है कि अमेरिका और भारत के समय में करीब साढ़े दस घंटे का अंतर है।
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति एक साल पर होने वाले रूटीन चेकअप के लिए वाल्टर रीड मेडिकल सेंटर पहुंच गए हैं। राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार उनका चेक होगा। इससे पहले बाइडन के स्वास्थ्य को लेकर अंतिम बार अपडेट दिसंबर 2019 में सामने आया था। तब उनकी उम्र 77 साल थी। डाक्टर ने उन्हें स्वस्थ बताया था किया। शनिवार को 79 साल होने वाले बाइडन ने तब से अपने स्वास्थ्य पर पूरी रिपोर्ट जारी नहीं की है।
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जेन साकी ने बताया, ‘संविधान में बताई गई प्रक्रिया के मुताबिक राष्ट्रपति बाइडन कुछ समय के लिए अपने दायित्व उपराष्ट्रपति को हस्तांतरित करेंगे जब वह एनेस्थीसिया के प्रभाव में होंगे। इस दौरान उपराष्ट्रपति अपने वेस्ट विंग स्थित कार्यालय से काम करेंगी।’ बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब अमेरिका के किसी राष्ट्रपति ने अपनी शक्तियों को उपराष्ट्रपति को ट्रांसफर किया है। इससे पहले भी राष्ट्रपति की शक्तियां उपराष्ट्रपति को स्थानांतरित की गई हैं। जब वर्ष 2002 और 2007 में तत्कालीन राष्ट्रपति जार्ज डब्ल्यू. बुश ने कोलोनोस्कोपी कराई थी। कोलोनोस्कोपी में एक ट्यूब डालकर बड़ी आंत की जांच की जाती है। बाइडन अमेरिकी इतिहास में राष्ट्रपति का पद संभालने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति हैं। बता दें कि पिछले नवंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में बाइडन राष्ट्रपति चुने गए थे। उन्होंने गत 20 जनवरी को 46वें अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर कार्यभार संभाला था।

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