आदि गौरव महोत्सव का रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ हुआ समापन

-लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी और रेशमा शाह ने बुना संगीत का जादू

देहरादून। जनजातीय अनुसंधान संस्थान (टीआरआई) उत्तराखंड द्वारा आयोजित जीवंत और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध आदि गौरव महोत्सव तीन दिनों की मनोरम प्रस्तुतियों और प्रदर्शनी के बाद आज संपन्न हो गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखंड की अपर मुख्य सचिव (एसीएस), राधा रतूड़ी और पूर्व पुलिस महानिदेशक, उत्तराखंड, अनिल रतूड़ी मौजूद रहे। सम्मानित गढ़ रत्न नरेंद्र सिंह नेगी और भावपूर्ण जौनसारी गायिका रेशमा शाह सहित प्रसिद्ध लोक गायकों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से समापन दिवस की शोभा बढ़ाई। नरेंद्र सिंह नेगी द्वारा पारंपरिक गढ़वाली लोक संगीतों और रेशमा शाह द्वारा मनमोहक जौनसारी गीतों की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। तीन दिवसीय प्रदर्शनी में समृद्ध आदिवासी संस्कृति और शिल्प कौशल का प्रदर्शन देखा गया। बुने हुए सुन्दर वस्त्रों से लेकर उत्कृष्ट हस्तशिल्प तक, यह प्रदर्शनी आदिवासी समुदायों की कलात्मक विशेषज्ञता का प्रमाण रही।
टीआरआई उत्तराखंड के निदेशक एस एस टोलिया ने महोत्सव की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, आदि गौरव महोत्सव हमारी समृद्ध जनजातीय विरासत का उत्सव रहा है, जो उत्तराखंड के विविध सांस्कृतिक परिदृश्य को प्रदर्शित करने के लिए कलाकारों और समुदायों को एक साथ लाया है। प्रदर्शनी में न केवल मनोरंजन देखा गया, बल्कि हमारी आदिवासी पहचान की विशिष्टता का जश्न भी मनाया गया। टीआरआई उत्तराखंड के समन्वयक राजीव कुमार सोलंकी ने अपनी भावनाओं को साझा करते हुए कहा, यह महोत्सव प्यार और समर्पण का श्रम रहा है। दर्शकों के उत्साह और सराहना को देखकर हम सभी बेहद प्रसन्न हैं। हम आशा करते हैं कि हम ऐसे कार्यक्रम भविष्य में भी आयोजित करते रहेंगे जो हमारे आदिवासी समुदायों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देते हैं। इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक योगेंद्र रावत सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।

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