-कृषि मंत्री ने उत्तराखंड में निवेश बढ़ाने के लिए आगामी दिसंबर माह में राज्य में आयोजित होने वाले इन्वेस्टमेंट सबमिट के लिए भी किया अनुरोध
देहरादून। प्रदेश के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने अपने विदेश दौरे के दौरान मेक्सिको की सबसे बड़ी मंडी का भ्रमण किया गया। ज्ञात हो कि विश्व की सबसे बड़ी मंडी में से एक सेंट्रल दा ऐबसटा का कुल क्षेत्रफल 833 एकड़ में है, यहां पर प्रतिदिन 5 लाख लोग अपना व्यापार करने के लिए आते हैं तथा 60000 गाड़ियां तथा ट्रक इत्यादि प्रतिदिन इस मंडी में आते हैं। मण्डी कार्यालय में बैठक के दौरान कृषि मंत्री ने वहां के अध्यक्ष को उत्तराखण्डी टोपी पहनाकर सम्मानित किया और विस्तार से मेक्सिको के अधिकारियों द्वारा जानकारी प्राप्त की गई। मंत्री ने आगामी दिसंबर माह में उत्तराखंड में आयोजित होने वाले इन्वेस्टमेंट सबमिट के लिए भी अनुरोध किया गया। जिसपर उन्होंने इन्वेस्टमेंट सबमिट में पूर्ण रूप से सहयोग देने का आश्वासन दिया। जिससे दोनों देश की मंडी की मध्य व्यापार के लिए सुगम मार्ग प्रशस्त हो सके।
कृषि मंत्री ने मण्डी भ्रमण के दौरान वहां के थोक व्यापारियों से भी मुलाकात की और कई प्रकार के फलों के बारे में जानकारी प्राप्त की। कृषि मंत्री ने अपने दौरे के बाद बयान जारी करते हुए कहा कि हमें मण्डियों की साफ-सफाई के लिए दूरदृष्तिा के साथ सोचना होगा क्योंकि स्वच्छता के प्रति जागरुकता के लिए प्रधानमंत्री मोदी लगातार आहवान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड वापसी के बाद वह कृषि विपणन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर स्वच्छता के लिए प्लान जारी करेंगे। इसके अतिरिक्त उन्होंने भारत और मेक्सिको के मध्य उत्पादों के आयात और निर्यात के संबंध में भी चर्चा की गई।
इस दौरान कॉर्डिनाडोरा जनरल मार्सेला विलेगास सिल्वा, एलआईसी. मिगुएल एलेजांद्रो सांचेज कार्बाजल गेरेंटे एडमिनिस्ट्रेटिवो, कोसाम्ब के प्रबंध निदेशक डॉ. जगवीर सिंह यादव और मंडी परिषद से सचिव विजय थपलियाल भी उपस्थित रहे। गौरतलब है कि विश्व संघ थोक बिक्री बाजार की एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन मेक्सिको के कानकुन शहर में 25 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक किया जा रहा है जिसमें 112 देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। कृषि विपणन को आगे बढ़ाना और कृषि विपणन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चुनौतियों को लेकर ये सम्मेलन हो रहा है। जिसमें उत्तराखंड की ओर से कृषि मंत्री गणेश जोशी भाग ले रहे हैं। उसके बाद जर्मनी में 2 दिन की कृषि विपणन और चुनौतियों को लेकर एक और सम्मेलन होगा, जिसमें कृषि मंत्री गणेश जोशी भी शामिल होंगे।
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