देहरादून: कभी एक छात्र नेता के तौर पर छात्र राजनीति में रिकॉर्ड स्थापित करने वाले युवा नेता सौरभ थपलियाल ने बीजेपी की सक्रिय राजनीति में भी अपने नाम एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया। देहरादून नगर निगम के मेयर पद के लिए सौरभ थपलियाल ने 1 लाख से अधिक मतों के अंतराल से जीत दर्ज कर न सिर्फ अपने नाम एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया बल्कि एक बार फिर से सबको चौंका दिया। शुरुआती रुझान से ही सौरभ ने अपने प्रतिद्वंदी पर बढ़त बनाये रखी और हर राउंड में जीत के अंतराल को बढ़ाते ही चले गए।
आलम ये रहा कि सौरभ ने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के वीरेंद्र पोखरियाल को 1 लाख 5 हज़ार मतों के अंतराल से हराया और अपने नाम एक रिकॉर्ड स्थापित किया। सौरभ की इस जीत में सीएम धामी की धमक का भी असर रहा। सौरभ की इस रिकॉर्ड जीत की पहली सबसे बड़ी वजह रही सौरभ का शालीन व्यक्तित्व व साफ स्वच्छ ईमानदार छवि और एक जमीनी कार्यकर्ता के तौर पर पहचान , ये उनकी जीत का सबसे बड़ा फैक्टर रहा। इसके अलावा सीएम पुष्कर धामी का नेतृत्व व अपने कार्यकर्ताओं की मेहनत दूसरी सबसे बड़ी वजह रही , साथ ही पुराने साथी सहयोगियों का समर्पित भाव से काम करना भी उनकी जीत का प्रमुख कारण रहा।
प्रदेश में हुए निकाय चुनाव के नतीजे से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मजबूत हुए हैं। प्रदेश के 11 नगर निगम में से 10 नगर निगम में बीजेपी ने जीत हासिल की और कांग्रेस यहां अपना खाता तक नहीं खोल सकी। निकाय चुनाव में मिली इस जीत को धामी सरकार के फैसलों से भी जोड़कर देखा जा रहा है। इसके अलावा मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने स्वयं मोर्चा संभाल पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार किया रोड शो किये और नतीजा रहा कि आज 11 में से 10 नगर निगम बीजेपी के कब्जे में हैं। साफ है इस प्रचंड जीत से धाकड़ धामी और मजबूत हुए हैं। प्रदेश में हुए निकाय चुनाव को 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा था। ये माना जा रहा था कि आगामी 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए निकाय चुनाव एक सेमीफाइनल साबित होगा।अब जिस तरह से नगर निगमों के नतीजे सामने आये हैं साफ है कि सेमीफाइनल के नतीजों में सीएम धामी की धमक और जलवा साफ नजर आया है।