आप सब कलाकार नहीं, साधक हैं:  मोरारी बापू, बापू ने अभिनेता जैकी श्राॅफ सहित 13 कलाकारों को किया सम्मानित

तलगाजरडा। हनुमान जयंति पर अपने प्रासंगिक भाव अभिव्यक्त करते हुए कथावाचक मोरारी बापु ने कहा कि हमारा नृत्य राम, मौन राम,बोलना राम, आसमान राम है। मैं पद का नहि, पादूका का उपासक हुं इसलिये आपको वंदन करने का ये बहाना है, परम गायनाचार्य,परम व्याकरणाचार्य हनुमान जी के जन्मदिन पर,तीन दिवसीय हनुमंत जन्म महोत्सव के आखरी दिन सुंदरकांड गायन के बाद हनुमान जी महाराज की आरती के पश्चात नृत्य वंदना- भरतनाट्यम विदुषी रमा वैद्यनाथन ने पेश की और फिर 13 विद विद अवार्ड वितरण कार्यक्रम चला।। कार्यक्रम के बाद अपनी प्रसन्नता रखते हुए बापू ने कहा कि जिसका जन्म हमारा जीवन है वो हमारे जीवनदाता की अजर अमर चेतना को प्रणाम बापू ने कहा कि हमारा नृत्य राम,हमारा गायन राम है। वादन,श्रवण,कथन राम है।मौन राम है,बोलना राम है, सांस और विश्वास राम है। जल,अग्नि राम है हमारा आसमान राम है।


आप सब कलाकार नहीं साधक है।। कलाकार छोटा शब्द है।। हमारे शास्त्र में विषयी,साधक और सिद्ध तीन जीव है।विषयी ना बने, सिद्ध भी ना बनें क्योंकि कभी न कभी सिद्ध गिर सकता है।। हम साधक बने।। मैं पादुका का उपासक हूं पद का उपासक नहीं,इसीलिए आपको वंदन करने के सब बहाने हैं। रामचरितमानस में प्रगट अप्रगट रूप में सात गुरुओं की चर्चा की है: गुरु,श्री गुरु,कुलगुरु,धर्मगुरु,जगत गुरु,सद्गुरु और त्रिभुवन गुरु।।ये सातों जिसमें है वह हनुमान जी का आज जन्मदिन है।। हनुमंत तत्व को विशेष आत्मसात करने के लिए नाता जोड़ना होगा::एक- हनुमान जी एक आदमी का सचिव है। वह आदमी है सुग्रीव।।सुग्रीव बहुत दौड़ता है। बहुत दौड़ अच्छी नहीं।। हनुमंत जैसा सचिव पहले राम और फिर और राज दिलाता है।। दूसरा- हनुमान जी राम के दूत है।।हम किसके दूत है? राम के या हराम के? तीसरा-लंकिनी के लिए हनुमान जी चोर है।। जो प्रगति करेगा, राम के लिए जीवन समर्पित करेगा उसे कोई चोर भी कहेंगे।। लेकिन आखिर में हनुमान जी साधु निकलते हैं।। चार- विभीषण के लिए भाई है।।पांच- जानकी के लिए पुत्र है। जानकी केवल स्त्री नहीं,श्री गुरु है।।छ- इंद्रजीत के लिए बंदीवान है। सात- लक्ष्मण का जीवन दाता है।। और रावण के लिए एक रूप से निर्वाण दाता है।। बापू ने सभी अवार्ड पुरस्कार प्राप्त करने वालों के प्रति अपना भाव रखा और हनुमान जयंती की दिन पूरे विश्व को, त्रिभुवन को हनुमान जयंती की बधाई के साथ त्रि दिवसीय कार्यक्रम संपन्न हुआ। मोरारीबापू के प्रासंगिक उद्बोधन से हनुमानजी जन्मोत्सव समारोह का समापन हुआ।

इन कलाकारों को किया गया सम्मानित

संजय ओझा (अविनाश व्यास पुरस्कार)
वृन्दावन सोलंकी (कैलास ललित कला पुरस्कार)
अजीत ठाकोर (वाचस्पति-संस्कृत-पुरस्कार)
डॉ. निरंजन वोरा (भामती-संस्कृत-पुरस्कार)
स्वर्गीय किशन गोराडिया (सद्भावना पुरस्कार)
चंपकभाई लक्ष्मणभाई गोडिया (भवाइ-नटराज-पुरस्कार)
अमित दिवेटिया (गुजराती रंगमंच-नाटक-नटराज पुरस्कार)।
सुनील लहरी (हिंदी टीवी श्रृंखला-नटराज पुरस्कार)।
जैकी श्रॉफ (हिंदी फिल्म-नटराज पुरस्कार)।
विदुषी रमा वैद्यनाथन (भरत नाट्यम-नृत्य-हनुमंत पुरस्कार)।
उस्ताद फजल कुरैशी (तबला-तालवाद्य-हनुमंत अवार्ड)।
पंडित राहुल शर्मा (संतूर-शास्त्रीय वाद्य संगीत-हनुमंत पुरस्कार)।
पंडित उदय भवालकर (द्रुपद-शास्त्रीय गायन-हनुमंत पुरस्कार)।

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