लीवर खराब होने के कई कारण हो सकते हैं। कुछ आम कारणों में शामिल हैं:
- अल्कोहल का सेवन: अल्कोहल का अधिक सेवन लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है और फैटी लीवर रोग, सिरोसिस और यहां तक कि कैंसर का कारण बन सकता है।
- हेपेटाइटिस: हेपेटाइटिस एक वायरल संक्रमण है जो लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है। हेपेटाइटिस ए, बी, सी, डी और ई सहित पांच प्रकार के हेपेटाइटिस होते हैं।
- नशीले पदार्थों का उपयोग: कुछ नशीले पदार्थ, जैसे कि हेरोइन और कोकीन, लीवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
- स्वयं प्रतिरक्षा रोग: कुछ स्व-प्रतिरक्षा रोग, जैसे कि ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस, लीवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
- मोटापा: मोटापा लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है और फैटी लीवर रोग का कारण बन सकता है।
- मधुमेह: मधुमेह लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है और फैटी लीवर रोग का कारण बन सकता है।
- कुछ दवाएं: कुछ दवाएं, जैसे कि कुछ एंटीबायोटिक्स और स्टेरॉयड, लीवर को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
- कुछ जन्मजात विकार: कुछ जन्मजात विकार लीवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
लीवर खराब होने के कई तरीके हैं। कुछ सामान्य तरीकों में शामिल हैं:
- फैटी लीवर रोग: फैटी लीवर रोग एक ऐसी स्थिति है जिसमें लीवर में अत्यधिक वसा जमा हो जाती है। फैटी लीवर रोग कई कारणों से हो सकता है, जिसमें अल्कोहल का सेवन, मोटापा, मधुमेह और कुछ दवाएं शामिल हैं।
- हेपेटाइटिस: हेपेटाइटिस एक वायरल संक्रमण है जो लीवर को सूजन और नुकसान पहुंचा सकता है। हेपेटाइटिस ए, बी, सी, डी और ई सहित पांच प्रकार के हेपेटाइटिस होते हैं।
- सिरोसिस: सिरोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें लीवर में क्षतिग्रस्त ऊतक बन जाते हैं। सिरोसिस कई कारणों से हो सकता है, जिसमें हेपेटाइटिस, अल्कोहल का सेवन, मोटापा और कुछ दवाएं शामिल हैं।
- कैंसर: लीवर कैंसर एक ऐसी स्थिति है जिसमें लीवर में कैंसर कोशिकाएं बन जाती हैं। लीवर कैंसर कई कारणों से हो सकता है, जिसमें हेपेटाइटिस, सिरोसिस, कुछ दवाएं और कुछ जन्मजात विकार शामिल हैं।
लीवर खराब होने के लक्षणों में शामिल हैं:
- भूख में कमी
- वजन घटाने
- थकान
- जॉन्डिस (त्वचा और आंखों का पीला पड़ना)
- पेट में दर्द
- मूत्र का रंग गाढ़ा होना
- मल का रंग हल्का होना
यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।
लीवर खराब होने से बचने के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
- अल्कोहल का सेवन कम करें या न करें।
- स्वस्थ आहार खाएं।
- नियमित रूप से व्यायाम करें।
- मोटापे को नियंत्रित करें।
- मधुमेह को नियंत्रित करें।
- अगर आपको हेपेटाइटिस है, तो उसे ठीक करवाएं।
- अपने डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें।
यदि आपको लीवर खराब होने का कोई जोखिम कारक है, तो नियमित रूप से अपने डॉक्टर से जांच करवाएं।
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