वीतराग विज्ञान प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

देहरादून। जैन मिलन महिला एकता एवं वीतराग विज्ञान पाठशाला द्वारा जिनधर्म के सिद्धांतों पर आधारित तत्वज्ञान की श्रृंखला में वीतराग विज्ञान प्रतियोगिता-102 का आयोजन रविवार को किया गया। यह आयोजन श्री दिगंबर जैन धर्मशाला में वीना जैन की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में पद्मश्री डॉ. आर.के. जैन, विनोद जैन (अध्यक्ष, जैन समाज), सुनील तुलाज, सविता कपूर, मधु सचिन जैन, सचिन जैन, सुकुमार जैन, सुखमाल चंद्र जैन सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
यह संगठन जिनधर्म की प्रभावना एवं आराधना को जन-जन तक पहुँचाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। तीर्थंकरों के केवल ज्ञान से प्राप्त जिनधर्म के सिद्धांतों को आत्मसात करने हेतु वीतराग विज्ञान प्रतियोगिताष् का आयोजन नियमित रूप से किया जाता रहा है और भविष्य में भी किया जाता रहेगा। इसी क्रम में, प्रत्येक शनिवार श्री योगसार ग्रंथ की सभा आयोजित की जाती है, जिसमें 100 से अधिक महिलाएँ एवं पुरुष भाग लेते हैं और बड़े उत्साह से तत्वज्ञान का अध्ययन करते हैं। वीतराग विज्ञान पाठशाला के बच्चों एवं जैन मिलन महिला एकता की वीरांगनाओं ने ज्ञानवर्धक एवं प्रेरणादायक प्रस्तुतियाँ दीं, जिन्हें उपस्थित दर्शकों ने खूब सराहा और सभी अतिथियों ने प्रतिभागियों की प्रशंसा की।
मंच संचालन वंदना जैन, दीपशिखा जैन एवं बबीता जैन ने सफलतापूर्वक किया। कार्यक्रम के अंतर्गत वीतराग विज्ञान प्रतियोगिता-103 का विमोचन किया गया। वीतराग विज्ञान प्रतियोगिता-101 के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया और वीतराग विज्ञान प्रतियोगिता-102 की परीक्षा संपन्न हुई। इस प्रतियोगिता में दृशि जैन, आश्रेया, आशिती, अदिति, आगम, विविध, आदित्य, आराध्या, अनन्या, नव्या, वीर, अरिहंत, तनिष्का, तनिष्क, किशिता, धनाक्षी, रोनित, अर्णव, नियति, अविका, मिस्टी, शिखा आदि बच्चों ने भाग लिया। महिलाओं में प्रीति जैन, चारू शर्मा, बबीता जैन, अनुभा जैन, कामना जैन, अर्चना जैन, सुचिता जैन, संध्या जैन, संगीता जैन, रचना जैन आदि ने सक्रिय भागीदारी निभाई। कार्यक्रम का समापन स्वनिर्मित सुरुचि भोज के साथ हुआ, जिसमें सभी ने आत्मीयता और सौहार्द का अनुभव किया।

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