विश्वराज शुगर इंडस्ट्रीज ने चौथी तिमाही  के अंतिम वित्तीय वर्ष और 2022 के लिए उत्कृष्ट परिणामों की घोषणा की

-चौथी तिमाही 2022 का शुद्ध लाभ 898% बढ़ा, वहीं 2022 के अंतिम वित्तीय वर्ष के लिए शुद्ध लाभ 625% बढ़कर रु 60.16 करोड़ हुआ जो अंतिम लाभांश की सिफारिश करता है

देहरादून: विश्वराज शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड एक एकीकृत चीनी और इथेनॉल निर्माता, ने 31 मार्च 2022 को समाप्त तिमाही और वर्ष के लिए उत्कृष्ट परिणामों की घोषणा की है। 31 मार्च 2022 को समाप्त वर्ष के लिए राजस्व रुपये 427.07 करोड़ से बढ़कर रु. 470.27 करोड़ हुआ और कर पूर्व लाभ (पीबीटी) ने 12.22 करोड़ से रु. 47.18 करोड़, पहुंचकर 568% की छलांग लगाई। वर्ष के लिए शुद्ध लाभ 8.29 करोड़ रुपये से बढ़कर रु 60.16 करोड़, हुआ और इसने 625% की छलांग लगाई। प्रति शेयर आय (ईपीएस) रुपये 0.42 से बढ़कर रु. 3.21 हुई।

31 मार्च 2022 को समाप्त तिमाही के लिए, कंपनी ने 130.88 करोड़ रुपये की कुल आय पोस्ट की और कर से पहले लाभ अर्थात (पीबीटी) में रुपये 7.49 करोड़ से रु. 22.50 करोड़, बढ़कर 200% की उछाल का साक्षी रहा। इसी तरह तिमाही के लिए शुद्ध लाभ 3.55 करोड़ रुपये से बढ़कर रु 35.48 करोड़, हुआ जिससे 898% का उछाल आया। कंपनी ने प्रति इक्विटी शेयर रुपये 0.20 की दर से (अंकित मूल्य पर 10%) पर अंतिम लाभांश की सिफारिश की है।

विश्वराज शुगर की पेराई ( रस निकालने की) क्षमता प्रति दिन 11,000 मीट्रिक टन और डिस्टिलरी क्षमता प्रति दिन 100,000 क्षमत तथा सह-उत्पादन क्षमता 36.4MW और सिरका निर्माण की क्षमता 70,000 लीटर प्रति दिन है। कंपनी द्वारा लागू की गई रीइंजीनियरिंग की प्रक्रिया द्वारा बैक्टीरिया-और-रोगज़नक़ मुक्त बेहतर चीनी और इथेनॉल प्राप्त होता है। जबकि शुद्ध अल्कोहल/इथेनॉल के लिए स्वीकृति स्तर 99.6% है, जिसे कंपनी ने पहले ही हासिल कर लिया है और 99.9% सर्वोत्तम अंतर्राष्ट्रीय मानकों को बेंचमार्क कर दिया है। इसके अलावा, प्रक्रिया पुनर्रचना को लागू करके, विश्वराज शुगर इंडस्ट्री लिमिटेड चीनी शोधन सुविधा स्थापित करने के लिए पूंजी निवेश को दरकिनार करने में कामयाब रहा है, जिससे 80 करोड़ रुपये की बचत हुई है साथ ही समग्र आरओआई में वृद्धि हुई है।

विश्वराज शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक मुकेश कुमार ने कहा कि, “हम फार्मास्यूटिकल्स, हेल्थ सप्लीमेंट्स और न्यूट्रास्यूटिकल्स में नए ग्राहकों को लक्षित करके मूल्य श्रृंखला को आगे बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। फार्मा ग्रेड चीनी और इथेनॉल जैसे उच्च मूल्य वाले उच्च-मार्जिन उत्पादों पर रेजर-शार्प फोकस, प्रति राजस्व में वृद्धि की उम्मीद है। अगले पांच वर्षों में हम प्रति टन गन्ने की पेराई बढ़ायेंगे, साथ ही इथेनॉल वहन करने की कुल क्षमता 2,50,000 लीटर हर दिन बढ़ाने की योजना बना रहे हैं”।

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