ठंडे बस्ते में वात्सल्य योजनाः गरिमा मेहरा दसौनी

देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश कॉन्ग्रेस की प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने वात्सल्य योजना के प्रति सरकार और अधिकारियों की उदासीनता पर अफसोस जताया है। उन्होंने कहा कि इसे दुर्भाग्यपूर्ण ही कहा जा सकता है कि राज्य सरकार अनाथ बच्चों की सुध लेने के लिए वात्सल्य योजना तब लाई जब कांग्रेस ने ऐसे बच्चों के भविष्य पर सवाल उठाए, जिन्होंने इस करोना काल में अपने दोनों माता-पिता को गवा दिया है।
ऐसे बच्चों की खोज करके उनके भरण पोषण और पढ़ाई लिखाई का राज्य सरकार को वहन करना चाहिए यह सलाह विपक्ष के द्वारा ही दी गई थी। ऐसे में इसे दुर्भाग्यपूर्ण ही कहा जा सकता है कि आज विभाग की मंत्री स्वयं इस बात को स्वीकार कर रही है कि वात्सल्य योजना जहां शुरू हुई थी वही अटक कर रह गई है अब इसे चाहे अधिकारियों के द्वारा कोताही कहें या फिर स्वयं मंत्री के द्वारा हीला हवाली। दसोनी ने कहा कि यह हतप्रभ करने वाला है कि प्रदेश के अनाथ बच्चों के प्रति भी सरकार का रवैया सहानुभूति पूर्ण नहीं है ।दसौनी ने कहा क्या अनाथ बच्चों के प्रति भी सरकार में बैठे हुक्मरानों का दिल नहीं पसीज रहा और इतनी संवेदनशील योजना के प्रति भी सरकार कोई गंभीरता नही दिखा रही। दसोनी ने कहा कि स्वयं मंत्री महोदया को भी अपने विभाग की इस योजना का फॉलोअप लेना चाहिए था। आज भाजपा के सभी नेता वात्सल्य योजना का चीख चिल्लाकर  बखान कर रहे हैं लेकिन शायद उन्हें पता ही नहीं कि सरकार की उदासीनता के चलते वात्सल्य योजना ठंडे बस्ते में जा चुकी है।