उत्तराखण्ड पुलिस के दस्ते में जुड़ा महिला कमाण्डो का दस्ता

देहरादून।  उत्तराखण्ड पुलिस के दस्ते में आज उत्तराखण्ड महिला कमाण्डो का दस्ता जुड़ गया है। उत्तराखण्ड देश का चौथा राज्य बन गया है, जहां पुलिस विभाग में महिला कमाण्डो का दस्ता तैयार किया है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने  पुलिस लाईन देहरादनू में उत्तराखण्ड की महिला कमाण्डो फोर्स एवं स्मार्ट चीता पुलिस का शुभारम्भ किया। महिला पुलिस कार्मिकों के कमाण्डो एवं चीता पुलिस दस्ते के गठन से राज्य की महिलाओं में पुलिस के प्रति विश्वास एवं मनोबल बढ़ेगा तथा वह अपनी परेशानियों एवं कठिनाईयों को महिला पुलिस से साझा कर सकेंगी तथा महिला अपराधों को नियंत्रित किया जा सकेगा।

इस अवसर पर  मुख्यमंत्री द्वारा पुलिस लाईन देहरादून में स्मार्ट पुलिस बैरिक का भी उद्घाटन किया गया। साथ ही महिला कमांडो दस्ता द्वारा सुरक्षा से सम्बन्धित अनेक करतब दिखाये गये, स्मार्ट चीता पुलिस द्वारा नुक्कड-नाटक के जरिये अपने कार्यों एवं कार्यप्रणाली के सम्बन्ध में जागरुक किया गया। पुलिस की 22 जांबाजों ने 12 दिन का कठिन परिश्रम पूर्ण कर अपनी क्षमताओं से सभी को रूबरू कराया। बुधवार को पुलिस लाइन में साहस और रणकौशल का प्रदर्शन कर ये महिला कमांडो मुख्यधारा में शामिल हुईं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की उपस्थिति में महिला कमांडो फोर्स और स्मार्ट चीता पुलिस की शुरुआत की गई। इस मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि महिला पुलिस कार्मिकों के कमांडो व चीता पुलिस दस्ते के गठन से राज्य की महिलाओं में पुलिस के प्रति विश्वास एवं मनोबल बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में महिला कमांडो दस्ते का विस्तार किया जाएगा। महिलाओं को शारीरिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में यह कदम कारगर साबित होगा। इस मौके पर महिला कमांडो दस्ते की ओर से सुरक्षा और रणकौशल का डेमो दिया गया। वहीं, स्मार्ट चीता पुलिस ने नुक्कड़-नाटक के जरिये अपने कार्यों एवं कार्यप्रणाली की जानकारी दी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने पुलिस लाइन परिसर में स्मार्ट पुलिस बैरक का भी उद्घाटन किया। इस दौरान विधायक विनोद चमोली, महिला आयोग की अध्यक्ष विजया बड़थ्वाल, मुख्यमंत्री के सैन्य सुरक्षा सलाहकार ले.ज. (रिटा.) जेएस नेगी, सचिव गृह नितेश झा भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि स्कूलों एवं कॉलेजों की छात्राओं को भी प्रारंभिक आत्मरक्षा के गुर सिखाने जरूरी हैं। बेटियों को मोटिवेशन देना जरूरी है। यह समाज की आवश्यकता है। कहा कि सरकार का प्रयास है कि आने वाले समय में प्रदेश में बेटियों को आत्मरक्षा की दृष्टि से प्रशिक्षित किया जाए। सरकार महिला सशक्तीकरण की दिशा में अनेक प्रयास कर रही है। उन्होंने चमोली आपदा में महिला अधिकारियों की भूमिका को भी सराहा। कहा कि जिलाधिकारी, एसडीआरएफ, आइटीबीपी और पुलिस की महिला अधिकारियों ने जिस प्रकार से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और राहत कार्य में तत्परता दिखाई वह एक मिसाल है। पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर हरिद्वार में 27 महिलाओं के दस्ते को 18 जनवरी से 14 दिवस का कमांडो प्री-कोर्स कराया गया था, जिसमें से 22 महिलाओं को अग्रिम प्रशिक्षण के लिए पीटीसी नरेंद्रनगर में आठ फरवरी से दो माह का पुलिस कमांडो प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जो अभी तक 12 दिन का प्रशिक्षण ग्रहण कर चुकी हैं। उक्त कमांडो दस्ते को यूएसी, शारीरिक दक्षता, रॉक-क्लाइंबिंग, शस्त्र प्रशिक्षण, फायरिंग, बम डिस्पोजल, प्राथमिक चिकित्सा, संचार, अभिसूचना, नेविगेशन-मैप रीडिंग, वीआइपी सुरक्षा, आतंकवाद व काउंटर टेररिज्म आदि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के बाद दस्ते को कुंभ मेले में भी तैनात किया जाएगा।

स्मार्ट चीता पुलिस

चीता पुलिस को स्मार्ट बनाये जाने, उनकी कार्यक्षमता एवं दक्षता बढ़ाने के लिए जनपद देहरादून के 148 (118 पुरुष व 30 महिला) चीता पुलिस को दिनांक 08 जनवरी से 06 फरवरी 2021 तक पीटीसी नरेन्द्रनगर, आरटीसी देहरादून में 01 माह एवं अभिसूचना एवं सूरक्षा मुख्यालय में 01 सप्ताह का गहन प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उक्त कर्मियों को सुरक्षा हेतु चुनौतियां, प्राथमिकताऐं, अभिसूचना संकलन एवं सम्प्रेषण, साम्प्रदायिक दंगों की रोकथाम, वीआईपी सुरक्षा के प्रति संवेदनशीलता एवं संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी, पूछताछ, निगरानी आदि की जानकारी दी गयी। इसके अतिरिक्त चीता पुलिस की कानून व्यवस्था में भूमिका, घटना स्थल पर रिस्पोन्स समय, साक्ष्य संरक्षण, पेट्रोलिंग, भीड़ नियंत्रण, विभिन्न अपराधों पर की जाने वाली कार्यवाही, महिला, वृद्धों एवं बच्चों के साथ व्यवहार, साइबर क्राइम, सीसीटीवी मॉनिटियरिंग, सोशल मीडिया/ मीडिया प्रबन्धन, फोटोग्राफी, फोरेंसिक साइंस, परिपीडाशास्त्र, बीट/ सामुदायिक पुलिसिंग, जनता के साथ व्यवहार तथा शस्त्र प्रशिक्षण आदि प्रदान किया गया है। प्रशिक्षण हेतु विभागीय प्रशिक्षकों के अतिरिक्त पुलिस के उच्चाधिकारियों, फोरेन्सिक साइंस विशेषज्ञों, अभियोजन विभाग के विधि विशेषज्ञों, साइबर विशेषज्ञों आदि के बारे में भी जानकारी दी गई है।

महिला कमांडो दस्ता

महिलाओं की पुलिस में भागिदारी को देखते सुरक्षा की दृष्टिगत पुलिस महानिदेशक महोदय के निर्देश पर एटीसी, हरिद्वार में 27 महिला कमाण्डो दस्ता को दिनांक 18 जनवरी 2021 से 14 दिवस का कमांडो प्री-कोर्स कराया गया था, जिसमें 22 महिलाओं को अग्रिम प्रशिक्षण हेतु पीटीसी नरेन्द्रनगर में दिनांक 8 फरवरी 2021 से 02 माह का पुलिस कमांडो प्रशिक्षण प्रचलित है। जिसमें प्रशिक्षण अवधि में उक्त कमांडो दस्ते को यूएसी, शारीरिक दक्षता, रॉक-क्लाइम्बिंग, शस्त्र प्रशिक्षण, फायरिंग, बम डिस्पोजल, प्राथमिक चिकित्सा, संचार, अभिसूचना, नेविगेशन/मैप रीडिंग, वीआईपी सुरक्षा, आतंकवाद एवं काउण्टर टेररिज्म आदि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के उपरान्त उक्त कमांडो दस्ता एटीसी का भाग बनेगा साथ ही सुरक्षा हेतु दस्ते को कुम्भ मेले में भी तैनात किया जायेगा।  

मात्र तीन राज्यों (नागालैण्ड, केरल एवं पश्चिम बंगाल) में ही महिला कमाण्डो दस्ता है।

इस दृष्टि से उत्तराखण्ड के लिये यह गौरव की बात है कि अपेक्षाकृत छोटा राज्य होने के बाद भी एक प्रशिक्षित महिला कमाण्डो दस्ते का गठन किया गया।

महिलाओं ने सिद्ध कर दिया है कि वह पुरूषों से कम नहीं हैं, हमारी महिला कमाण्डो न केवल साथी पुलिस कर्मियों के लिये बल्कि समाज की समस्त लडकियों एवं महिलाओं के लिय रोल मॉडल बनेंगी।

चीता पुलिस यद्यपि पूर्व से कार्यरत है। किन्तु चीता पुलिस को अधिक स्मार्ट बनाने, कार्य क्षमता, कार्य दक्षता बढ़ाने के लिये प्रशिक्षण दिया गया है।

कुल 148(30 महिला व 118 पुरूष) कर्मियों को एक माह का प्रशिक्षण दिया गया है। जिसका उद्देश्य महिलाओं, वृद्धों व बच्चों के साथ होने वाले अपराधों में अंकुश, अन्य अपराध नियंत्रण, साक्ष्य संरक्षण, पैट्रोलिंग, भीड़ नियंत्रण, समुदायिक पुलिसिंग, अभिसूचना संकलन, सम्प्रेषण आदि, साम्प्रदायिक, दंगों की रोकथाम, वी0आई0पी0 सुरक्षा के प्रति संवेदनशीलता, संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी व पूछताछ, इसके अतिरिक्त साईबर क्राईम सीसीटीवी मॉनिटरिंग सोशल मीडिया/मीडिया प्रबन्धन फोटोग्राफी, शस्त्र प्रशिक्षण आदि का प्रशिक्षण दिया गया है। विभागीय प्रशिक्षक, फॉरेन्सिक साइंस विशेषज्ञ अभियोजन विभाग के विशेषज्ञ, साईबर विशेषज्ञ, चीता कर्मी की वर्दी, बॉडी वार्न कैमरा, टैक्टिकल बैल्ट, शॉर्ट रेंज आर्मस, हाई एंकल बूट, कॉम्बेट ड्रेस आदि । महिला पुलिस कार्मिकों के कमाण्डो एवं चीता पुलिस दस्ते के गठन से राज्य की महिलाओं में पुलिस के प्रति विश्वास एवं मनोबल बढ़ेगा तथा वह अपनी परेशानियों को महिला पुलिस से साझा कर सकेंगी तथा महिला अपराधों को नियंत्रित किया जा सकेगा। हाई-वे पेट्रोल यूनिट के गठन से राजमार्गों पर पुलिस की मोबेलिटी बढ़ेगी तथा रिसपांस टाइम अच्छा होगा जिससे राजमार्गों पर होने वाले दुर्घटनाओं की रोकथाम होगी साथ ही दुर्घटना होने की स्थिति में घायलों को तत्काल सहायता व उपचार भी प्राप्त हो सकेगा । कार्यक्रम में विधायक  विनोद चमोली, महिला आयोग की अध्यक्ष विजया बड़थ्वाल, मुख्यमंत्री के सैन्य सुरक्षा सलाहकार ले.ज.(रिटा.) जे.एस. नेगी, सचिव गृह नितेश झा, पुलिस के समस्त उच्चाधिकारी-गण तथा मीडिया-बन्धु उपस्थित रहे।