देहरादून। हरीश रावत के ट्वीट पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कहा कि उत्तराखंड कांग्रेस भी पंजाब कांग्रेस की राह पर है। उत्तराखंड कांग्रेस में भी कोई कैप्टन अमरेंद्र सिंह पैदा हो सकता है। हरीश रावत जैसा करना चाहते हैं, उनका केंद्रीय नेतृत्व उनको वैसा नहीं करने देना चाहता। उनका दर्द यह है कि दो दिन पहले उनके प्रभारी ने कहा कि हम राहुल गांधी को नेता मानते हैं।
राहुल वर्सेज बीजेपी चुनाव होगा। जब यह बात आई तो हरीश रावत बहुत पहले से मोदी के उस वाक्य को दोहरा रहे थे, वोकल फॉर लोकल। कांग्रेस ने उसे समाप्त कर दिया। कांग्रेस में इस समय जबर्दस्त गुटबाजी है। कांग्रेस के नेता नहीं चाहते कि वह हरीश रावत को चेहरा घोषित करें। इससे साफ है कि हरीश रावत के चेहरे पर कांग्रेस को विश्वास नहीं है। इसलिए हरीश रावत बार-बार ट्वीट करके इन विषयों को ला रहे हैं। कहा कि आज कांग्रेस का चुनाव से पहले बुरा हाल है।
पूर्व सीएम हरीश रावत महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर मीडिया में लगातार झूठे बयान देकर उसे सच साबित करने की कोशिश में हैं, लेकिन देवभूमिवासी उनके झांसे में नहीं आने वाले पहले हरीश रावत को अपने कॉंग्रेस शासित राज्यों में उत्तराखंड से बहुत अधिक मौजूदा तेल की कीमतों को कम करवाकर महंगाई नियंत्रण का काम करना चाहिए। वर्तमान में कांग्रेस शासित राज्यों में पेट्रोल डीजल के दामों की बात करे तो महाराट्र में पेट्रोल 107 रूपये व डीजल 92.47 रूपये. छत्तीसगढ़ में पेट्रोल 107 रूपये व 92.23 रूपये, राजस्थान में पेट्रोल 107 रूपये व डीजल 90.70 रूपये रुपये है जबकि उत्तराखण्ड मे पेट्राल की किमत 94 रूपये व डीजल 87.32 रूपये है। नही बेरोजगारी दर की बात करे तो काग्रेस शासित राजस्थान की 20.4 व पंजाब के 6.6 के मुकाबले उत्तराखण्ड में यह दूर मात्र 3.4 है 1 लेकिन अपने मुख्यमंत्रिकाल में हरीश रावत कैमरे पर सूबे को लूटने का लाइसेन्स देते पकड़े गए थे। एक तरफ हरीश रावत उत्तराखण्ड की चाहत होने का नारा दे रहे है वही दूसरी ओर अपनी पार्टी में उनकी चाहत नहीं है। जनता के सवालों का सामना अब काग्रेस के बस की नहीं क्यूंकि जनता तो अपना मन भाजपा के पक्ष में बना चुकी।