देहरादून। राज्य में आजकल महिला उत्पीड़न,व बलात्कार की घटनाओं को लेकर सामाजिक व राजनीतिक दल सरकार के विरुद्ध आन्दोलन कर रहे हैं अपनी सुंदरता,अध्यात्म,शांति और स्वच्छ पर्यावरण के लिए देश दुनिया में अपनी प्रतिष्ठा रखने वाला उत्तराखण्ड राज्य महिला अपराधों की गिरफ़्त में है! उत्तराखंड में वर्ष 2023 में 421 बलात्कार के अपराध पुलिस में दर्ज हुये हैं । अकेले उधमसिंह नगर जिले में 204 बलात्कार केस दर्ज हुये हैं। यह खुलासा सूचना अधिकार के तहत वकील नदीम उद्दीन को उपलब्ध करायी गयी सूचना से हुआ ।
काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन (एडवोकेट) ने उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय से वर्ष 2023 में दर्ज अपराधों सम्बन्धी विवरणों की सूचना चाही थी। इसके उत्तर में पुलिस मुख्यालय उत्तराखंड की लोक सूचना अधिकारी/अपर पुलिस अधीक्षक (कार्मिक), शाहजहां जावेद खान ने अपने पत्रांक 53 दिनांक 29 जुलाई 2024 के साथ पुलिस उपाधीक्षक सी.सी.टी.एन.एस. विवेक सिंह कुटियाल द्वारा उपलब्ध कराये गये वर्ष 2023 के महिला उत्पीड़न सम्बंधी अपराधों के विवरण की सत्यापित फोटो प्रति उपलब्ध करायी है।
श्री नदीम को उपलब्ध महिला उत्पीड़न सम्बन्धी अपराधों के विवरण के अनुसार वर्ष 2023 में उत्तराखंड में 421 बलात्कार के अपराध दर्ज हुये है। इसमें सर्वाधिक 204 उधमसिंह नगर जिले में, दूसरे स्थान पर 85 देहरादून, तीसरे स्थान पर 50 हरिद्वार, चैथे स्थान पर 26 नैनीताल जिले में दर्ज हुये हैं। इसके अतिरिक्त अल्मोड़ा में 3, बागेश्वर में 5, चमोली व उत्तरकाशी में 2-2, चम्पावत में 4, पौड़ी गढ़वाल में 13, पिथौरागढ़ में 8, टिहरी गढ़वाल में 19, बलात्कार दर्ज हुये हैं। केवल रूद्रप्रयाग ही ऐसा जिला है जिसमें बलात्कार का कोई अपराध दर्ज नहीं है। वर्ष 2023 में 48 दहेज हत्या के अपराध दर्ज हुये हैं जिसमें सर्वाधिक 16 हरिद्वार, दूसरे स्थान पर 12 उधमसिंह नगर, तीसरे स्थान पर 6 नैनीताल तथा चैथे स्थान पर 3 देहरादून में दर्ज हुये हैं। इसके अतिरिक्त पिथौरागढ़, रूद्रप्रयाग, उत्तरकाशी जिलों में 2-2 तथा अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चम्पावत, पौड़ी गढ़वाल जिलों में 1-1 दहेज हत्या का अपराध दर्ज हुआ है। केवल टिहरी गढ़वाल ही ऐसा जिला है जिसमें दहेज हत्या का कोई अपराध दर्ज नहीं हैं।
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