रुद्रपुर। रुद्रपुर में ठंड से बचने के लिए कमरे में अंगीठी जलाकर सोए दो युवकों की इसके धुएं में दम घुटने से मौत हो गई, जबकि तीसरे युवक को अस्पताल में भर्ती किया गया है। एक ही मोहल्ले के दो युवकों की मौत से परिजनों में कोहराम मचा है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए हैं।
जसपुर के मोहल्ला भूपसिंह निवासी संजीव (22), उसका भाई अनुपम और पड़ोसी आकाश (23) दिनेशपुर के जयनगर नंबर चार में जगदीप सिंह के चस्का स्वीट्स रेस्टोरेंट में काम करते थे। तीनों युवकों ने पहले कमरे के बाहर आग जलाकर हाथ सेके और फिर तसले (अंगीठी) में जले हुए कोयले लेकर कमरे में सोने चले गए। कमरे की खिड़कियां भी बंद थीं। सुबह रेस्टोरेंट स्वामी रेस्टोरेंट में पहुंचा तो तीनों कर्मचारी नदारद थे।
उसने जाकर देखा तो कमरा अंदर से बंद था। संदेह होने पर उसने दरवाजा तोड़कर देखा तो तीनों बेसुध पड़े थे। उसने तीनों को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने संजीव और आकाश को मृत घोषित कर दिया। अनुपम की हालत गंभीर होने पर उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दिनेशपुर थाना प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि परिजन शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे लेकिन एहतियातन पोस्टमार्टम कराने के बाद ही शव परिजनों के सुपुर्द किए गए। इधर, एक ही गांव के दो युवकों की मौत से परिजनों में कोहराम मचा है। धुएं में दम घुटने से जान गंवाने वाले संजीव के परिवार का सपना टूट गया है। बेटे की शादी की तैयारियां मातम में बदल गईं हैं। दो माह बाद ही संजीव की शादी होनी थी। लॉकडाउन से पहले संजीव और उसका भाई अनुपम जसपुर में ही किसी दुकान पर काम करते थे। दो माह पहले दोनों भाई अपने पड़ोसी आकाश के साथ रेस्टोरेंट में काम करने के लिए जयनगर नंबर चार स्थित चस्का स्वीट्स रेस्टोरेंट में पहुंचे थे। बृहस्पतिवार को तीनों की लापरवाही उनकी जान पर भारी पड़ गई। संजीव के जीजा नितिन कुमार ने बताया कि कुछ समय पहले ही मुरादाबाद में संजीव की शादी तय हुई थी और फरवरी में शादी होनी थी। संजीव और अनुपम के पिता का कई साल पहले निधन हो चुका है। जीजा के साथ ही संजीव के कंधों पर परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेदारी थी। संजीव के चार भाई-बहन हैं। वहीं, आकाश दो भाइयों में बड़ा था। बीते बुधवार को ही उसने माता-पिता से फोन पर बात की थी और जल्द घर आने की बात कही थी।