टिहरी: टिहरी में भिलंगना ब्लॉक के जखन्याली के नौताड़ तोक में बादल फटने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि नौताड़ तोक में एक होटल बह गया। जिसमें होटल स्वामी भानु प्रसाद(50), उनकी पत्नी नीलम देवी(45) व पुत्र विपिन(28) लापता थे। रेस्क्यू अभियान के दौरान भानु और उनकी पत्नी नीलम का शव घटनास्थल से 100 मीटर दूरी पर बरामद कर लिया गया है। वहीं, लापता युवक विपिन घायल अवस्था में मिला है।
मलबा मुंह में भर जाने के कारण विपिन को सीने में तकलीफ और सांस लेने में कठिनाई हो रही थी। रात दो बजे विपिन को पिलखी से एम्स ले जाया गया। सभी आपातकालीन प्रयास और उपचार देने के बावजूद विपिन को बचाया नहीं जा सका। विपिन ने डैम टॉप के निकट दम तोड़ दिया। उसकी बॉडी को डीएच बौराड़ी में लाया गया है।
उल्लेखनीय है कि 31 जुलाई 2014 की रात को भी भिलंगना ब्लॉक के जखन्याली गांव के नौताड़ तोक में बादल फटने से पांच लोग मालबे में जिंदा दफन हो गए थे। उस दौरान भी कई अन्य घरों में मालबा घुसने से नौताड़ जनधन का भारी नुकसान हुआ था। 10 साल बाद फिर 31 जुलाई 2024 रात को बादल फटने से नौताड़ तोक में रह रहे एक ही परिवार के तीन लोग मौत के मुंह में समा गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ग्रामीणों को हर संभव मदद का भरोसा दिया।
सीएम धामी ने आपदाग्रस्त जखन्याली क्षेत्र का दौरा किया, प्रभावितों को हरसंभव सहायता दी जायेगी
दोहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को जनपद टिहरी के आपदाग्रस्त क्षेत्र जखन्याली का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्र में मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर उनका ढ़ाढस बंधाया। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्माओं की शांति एवं और शोकाकुल परिवार को धैर्य प्रदान करने की कामना की। उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में शासन-प्रशासन प्रभावितों के साथ खड़ा है। सरकार द्वारा प्रभावितों को हर संभव सहायता दी जायेगी। उन्होंने कहा कि सभी लोग इस समय एक दूसरे का सहयोगी बनकर कार्य करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र में आपदा से जनहानि, पशु हानि एवं अन्य परिसंपत्तियों को काफी नुकसान पहुंचा है। आपदा के समय लोगों की सुरक्षा राज्य सरकार पहली प्राथमिकता है। उन्होंने जिलाधिकारी टिहरी को आपदा प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाने तथा राहत कैंपों में सभी आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं। आपदा क्षति का आंकलन कर तत्काल सुरक्षात्मक कार्य करने के भी निर्देश दिये हैं। आपदा प्रभावित क्षेत्र में जन जीवन सामान्य बनाने के लिए सड़क कनेक्टिविटी, विद्युत और पेयजल की आपूर्ति सुचारू करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी टिहरी मयूर दीक्षित ने जानकारी दी कि कल देर रात्रि जनपद टिहरी के घनसाली ब्लॉक के जखन्याली के पास बादल फटने से होटल बहने की सूचना प्राप्त हुई। घटना की सूचना प्राप्त होते ही राजस्व टीम, पुलिस, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य, सड़क, विद्युत आदि विभागों की टीम जेसीबी, एंबुलेंस सहित मौके के लिए रवाना हुए। विद्युत विभाग द्वारा तत्काल शट डाउन किया गया। खोज बचाव एवं राहत टीम ने खोज बचाव शुरू किया। इस घटना में एक ही परिवार के तीन लोगों की मृत्यु हुई है। दो लोगों के शव रात्रि में बरामद कर लिये गये थे। एक घायल व्यक्ति ने अस्पताल ले जाने के दौरान दम तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में आई आपदा में मुयालगांव में घनसाली-चिरबिटिया मोटरमार्ग को जोड़ने वाली पुलिया बहने, एक घोड़ा बहने की घटना एवं अन्य परिसंपत्तियों को काफी नुकसान हुआ है। इस दौरान कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, विधायक घनसाली शक्ति लाल शाह, विधायक टिहरी किशोर उपाध्याय, एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर, सीडीओ डॉ. अभिषेक त्रिपाठी मौजूद थे।
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