आवारा पशुओं से मिलेगी निजात, बंदरों का भी होगा इलाज

रुद्रप्रयाग। नगर क्षेत्र को शीघ्र आवारा पशुओं से निजात मिल जाएगी। इसको लेकर कार्यवाही शुरू हो चुकी है, जबकि बन्दरों के आतंक को देखते हुए हिमाचल की तर्ज पर कार्य योजना तैयार की जा रही है। नगर क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए बोर्ड बैठक में 45 प्रस्ताव पारित किये गये हैं। यह बात नगर पंचायत अध्यक्ष कुब्जा धर्म्वाण ने नगर पंचायत सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही।
उन्होंने कहा कि नगर क्षेत्र सहित आस-पास के गांवों में लम्बे समय से आवारा पशुओं की समस्या बनी हुई है। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए शीघ्र आवारा पशुओं को हरिओम आश्रम गौ धाम तिमली विकासनगर पहुंचाया जायेगा। इसको लेकर तहसील प्रशासन से अनुमति मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि आवारा पशुओं को विकासनगर पहुंचाने के लिए वाहनों की व्यवस्था की जा रही है तथा ग्रामीण महिलाओं द्वारा रास्ते के लिए चारा देने में सहयोग किया जा रहा है। नगर पंचायत अध्यक्ष कुब्जा धर्म्वाण ने कहा कि पशुओं का उपयोग करने के बाद उन्हें सड़क में छोड़ देना, शर्म की बात है। ऐसे में भविष्य में आवारा पशुओं की समस्या और गम्भीर हो सकती है। इसलिए सभी विभागों, ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों के साथ जनमानस को आगे आना होगा। तभी आवारा पशुओं के आतंक से निजात मिल सकती है। उन्होंने कहा कि आवारा पशुओं के संरक्षण को लेकर जनपद प्रभारी व पशुपालन मंत्री से वार्ता की गयी थी। उन्होंने भी जनपद स्तर पर गोसदन खोलने का आश्वासन दिया है। उन्हांेने कहा कि नगर क्षेत्र के चहुंमुखी विकास के लिए बोर्ड बैठक में 45 प्रस्ताव पारित किये गये हैं।  इसके अलावा चुन्नी गांव में शीघ्र पेयजल संकट को दूर किया जायेगा, जबकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधूरे लिंक मोटर मार्ग को प्रथमिकता दी गयी है, जिससे बीमार व गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने में सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि नगर क्षेत्रान्तर्गत पांच स्थानों पर पार्क विकसित किये जायंेगे, जिससे भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल आंेकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ पहुंचने वाले तीर्थ यात्री, पर्यटक सैलानी व प्रकृति प्रेमी हिमालय की चमचमाती श्वेत चादर तथा ऊखीमठ की सुन्दरता से अति निकट से रूबरू हो सकें तथा भविष्य में आम जनमानस के सहयोग से ऊखीमठ नगर क्षेत्र को तीर्थ व पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने की सामूहिक पहल की जायेगी। इस मौके पर सभासद बलवीर पंवार, पूजा देवी, सरला रावत, प्रदीप धर्म्वाण व अधिशासी अधिकारी सुनील वर्मा मौजूद थे।