मीडिया के क्षेत्र में है अनेकों अवसर

investindia.gov.in  के अनुसार भारत दुनिया का पांचवा सबसे बडा मीडिया और मनोरजंन बाजार है। 2024 तक भारतीय मीडिया बाजार में टेलीविजन की 40 फीसदी, प्रिंट मीडिया की 13 फीसदी, डिजिटल विज्ञापन की 12 फीसदी, सिनेमा की 9फीसदी, ओटीटी और गेमिंग की 8फीसदी हिस्सेदारी होगी। वर्ष 2023 तक भारत में मीडिया व्यवसाय 30.6 US billion $  होगा। ऐसे विशाल मीडिया बाजार में अवसरों की कमी नहीं है। जरूरत है तो अपने हुनर को पहचानने और तराशने की।
मीडिया में कार्यरत अथवा कार्य करने को इच्छुक व्यक्तियों को अपने को नई तकनीक के साथ तालमेल बिठाने के अलावा उसमें होने वाले नित नये परिवर्तनांे से अपडेट रखना अति आवश्यक है । परिपक्वता, निष्पक्षता, समझदारी और कार्यकुशलता का होना अति आवश्यक है।
जनसंचार में कॅरियर के क्षितिज पर बहुत से विकल्प मौजूद हैं। जनसंचार में पेशेवर कोर्स आपके लिए फिल्मों, टीवी, प्रकाशन, सार्वजनिक संबंध, पत्रकारिता, संपादन, निर्देशन, फिल्म निर्माण, पटकथा लेखन, उत्पादन आदि में कैरियर के दरवाजे खोलता है। निजी हित और झुकाव के आधार पर आप अपने अनुकूल नौकरी का चयन कर सकते हैं। मौजूदा समय में सरकार की उदार मीडिया नीतियों के तहत कई सारे नये टीवी चैनलों और जनसंचार से जुडे कई अन्य क्षेत्रों में कैरियर की असीम सम्भावनाऐं देखी जा सकती हैं।
उत्तराखण्ड में कई निजी संस्थान और विश्वविद्यालयों में पत्रकारिता की पढाई सेल्फ फाइनंेस कोर्स के तहत उपलब्ध हैं जिनका शिक्षण शुल्क बहुत ज्यादा है। निर्धन गरीब वर्ग के युवा जो उस फील्ड में करियर बनाना चाहते है, वे इन संस्थानों में प्रवेश नहीं ले पाते हैं। ऐसे में उत्तराखण्ड राज्य सरकार ने धर्मानन्द उनियाल राजकीय महाविद्यालय में पत्रकारिता के डिग्री कोर्स को शुरू किया जिससे वे निर्धन छात्र लाभान्वित हो रहे हैं जो पत्रकारिता के क्षेत्र में रोजगार पाने के साथ ही इस क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं। वर्तमान में सरकार कौशल संवर्धन और वोकेशनल कोर्सेज पर ज्यादा ध्यान दे रही है। युवा वर्ग को पत्रकारिता के विभिन्न प्रारूपों में करियर बनाने और रोजगार मुहैया कराने के उददेश्य से उत्तराखण्ड सरकार ने नवोन्मेष कदम बढाते हुए अपनी दूरदर्शी सोच को युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों को सवंर्धित करने के लक्ष्य की ओर एक सकारात्मक पहल की है।

डाॅ0 सृचना सचदेवा
In-charge  पत्रकारिता एंव जनसंचार विभाग
धर्मानन्द उनियाल राजकीय
महाविद्यालय, नरेंद्रनगर, टिहरी गढ़वाल।