देहरादून। राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में उपनल के माध्यम से कार्यरत स्टाफ नर्सो की सेवाएं यथावत रखे जाने की मांग को लेकर महासंघ का प्रतिनिधिमंडल निदेशक चिकित्सा शिक्षा से मिला। विभाग द्वारा स्टाफ नर्सो की सेवाएं यथावत रखने का आश्वासन दिया गया।चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत राजकीय मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग अधिकारियों की नई नियुक्ति होने से राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में उपनल के माध्यम से तैनात 15 स्टाफ नर्सो को निदेशक चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा हटाए जाने का फरमान जारी किया गया। जिनकी सेवाएं यथावत रखने की मांग को लेकर उपनल महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष विनोद गोदियाल की अगुवाई में महासंघ का प्रतिनिधिमंडल निदेशक चिकित्सा शिक्षा से मिला। प्रदेश अध्यक्ष विनोद गोदयाल ने बताया कि स्टाफ नर्सो की सेवाएं यथावत रखे जाने के अनुरोध पर प्रधानाचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी द्वारा निदेशालय को पत्र अग्रसारित किया गया। पत्र में अवगत कराया गया कि चिकित्सालय में 3 पद पब्लिक हेल्थ नर्सिंग एवं 12 पद स्टाफ नर्सो के कुल 15 पद आउटसोर्स के स्वीकृत हैं। जिसके आधार पर हटाए जा रहे स्टाफ नर्सो की सेवाएं यथावत बनाई रखी जा सकती है। प्रदेश महामंत्री विनय प्रसाद ने कहा कि हाल ही में उत्तराखंड सरकार द्वारा उपनल कर्मियों के सुरक्षित भविष्य के लिए नियमितीकरण को लेकर ठोस नीति बनाई जा रही है जो प्रशंसनीय है। लेकिन वहीं दूसरी ओर 15-16 वर्षों से कार्यरत उपनल की स्टाफ नर्सो को बाहर किया जा रहा है जो कि न्याय संगत नहीं है। प्रतिनिधिमंडल में महासंघ के जिला महामंत्री रमेश डोभाल, प्रदेश संगठन मंत्री नरेश शाह, सुनीता, भावना, जानकी आदि मौजूद रहे।