रोजमर्रा की जिंदगी में बढ़ती रोबोट की उपयोगिता

हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में जिस तरह से मशीनों यानी रोबोट की भूमिका और उपयोगिता बढ़ती ही जा रही है, उसे देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि अगले एक दशक में हर जगह रोबोट नजर आएंगे। इसलिए भविष्य में ऐसे प्रोफेशनल्स की मांग भी बढ़नी तय है, जो रोबोट की तमाम गतिविधियों को नियंत्रित करते हैं। आने वाले दिनों में रोबोटिक्स के क्षेत्र में कैरियर की न केवल लगातार संभावनाएं बेहतर होनी हैं बल्कि इस क्षेत्र में कैरियर का सुरक्षित और सम्मानित बने रहना भी तय है। जो काम बार-बार एक ही तरीके से किए जाते हैं और इन्हें करने के लिए जबरदस्त एक्यूरेसी या सटीकता की जरूरत होती है, उन सभी क्षेत्रों में आने वाले दिनों में रोबोट्स का दबदबा होना तय है। क्योंकि इंसानों के मुकाबले रोबोट द्वारा भूल किए जाने की आशंकाएं कम होती हैं। इसलिए ऐसे क्षेत्रों में भविष्य में अगर ज्यादा से ज्यादा रोबोट दिखें तो इसमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए। क्योंकि रोबोट एक मशीन है और कंप्यूटर द्वारा नियंत्रित है, इसलिए वह एक ही तरह की गणनाओं को बार-बार दोहराते हुए भी न तो ऊबती है, न ही भ्रमित होती है। जबकि इंसान के लिए यह ऊबाऊ और जोखिमभरा होता है।
रोबोटिक्स के क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए रोबोटिक्स इंजीनियरिंग या संबंधित डिग्रियों की जरूरत तो होती ही है, उसके पहले इस क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए जरूरी है कि वह कुशलता और वह रुझान हो, जो रोबोटिक्स क्षेत्र के एग्जिक्यूटिव या प्रोफेशनल्स में लाजिमी तौरपर देखने को मिलता है। मसलन अगर रोबोटिक्स के क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए उत्सुक हैं तो आपके पास प्रासंगिक सॉफ्ट स्किल्स का होना जरूरी है, हार्ड स्किल्स तो जरूरी हैं ही। रोबोटिक्स इंजीनियर बनने के लिए किसी भी एस्पेरेंट में जिन गुणों का होना जरूरी है, वे हैं- विश्लेषणात्मक कौशल, निर्णय लेने का आत्मविश्वास, संचार कौशल और आगे बढ़ने की ललक। रोबोटिक्स के क्षेत्र में वही लोग अपना कैरियर बनाने के लिए सोचें, जो घंटों कंप्यूटर के साथ बिना उकताए बिता सकें। रोबोटिक्स एक्सपर्ट को अपना ज्यादातर समय कंप्यूटर पर नये-नये उत्पादों को डिजाइन करने या परीक्षण करने में व्यतीत करना होता है। रोबोटिक्स के क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल और कंप्यूटर साइंस जैसे क्षेत्रों की डिग्रियों की जरूरत तो होती ही है, साथ ही इन क्षेत्रों के संबंध में लगातार बढ़ती रुचि और नॉलेज का होना भी जरूरी है। इसलिए पूरी दुनिया में रोबोटिक्स के फील्ड में प्रवेश के लिए करीब-करीब एक जैसे पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। रोबोटिक्स एक विस्तृत क्षेत्र है, इसलिए इस बड़े दायरे के अंदर भी कई क्षेत्र हैं, जो कहने को तो उपक्षेत्र हैं, लेकिन वो अपने आपमें पूरी तरह स्वतंत्र हैं, जैसे- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एडवांस रोबोटिक सिस्टम, यूआई यूएक्स डिजाइनर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, रोबोटिक्स ऑपरेटर, रोबोटिक्स तकनीशियन और एयरो स्पेस इंजीनियर। इस क्षेत्र में प्रवेश के लिए इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल या कंप्यूटर साइंस की ग्रेजुएट डिग्री होनी जरूरी है। चूंकि यह एक लांग टर्म रिसर्च ओरिएंटेड कोर्स है, इसलिए रोबोटिक्स में कैरियर बनाने के लिए कुछ स्पेशलाइज्ड कोर्स भी उपलब्ध होते हैं, जिन क्षेत्रों का ऊपर जिक्र किया गया है। यदि रोबोटिक्स इंजीनियर बनना चाहते हैं तो बारहवीं में रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, मैथ्समैटिक्स में 50 फीसदी अंकों के साथ कुछ प्रवेश परीक्षाएं पास करनी होंगी, जैसे- जेईई मैन, जेईई एडवांस्ड, बिग सैट, वीटी, केआईआईटीई, एसआरएमजेईई, यूपीसीईटी, डब्ल्यूबीजेईई। अगर स्नातक डिग्री कार्यक्रम में प्रवेश लेना है तो रोबोटिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक, एआई और रोबोटिक्स में बी. इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में बीटेक जैसे डिग्री पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। जबकि मास्टर डिग्री स्तर पर रोबोटिक्स इंजीनियरिंग में एमटेक, मेक्ट्रोनिक्स में एमटेक, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में एमटेक और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में एमटेक हैं। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कानपुर, जाधवपुर यूनिवर्सिटी कोलकाता, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी हैदराबाद, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी-मुंबई, गोहाटी, दिल्ली, मद्रास व रुड़की आदि। रोबोटिक्स फील्ड में एक जूनियर इंजीनियर को भारत में शुरुआती वेतन 32,000 से 40,000 रुपये मासिक आसानी से मिल जाता है और दो साल के अनुभव के बाद यह वेतन 45 से 50 हजार रुपये मासिक पहुंच जाता है। पांच साल के अनुभव के बाद योग्य रोबोटिक इंजीनियर को 15 से 20 लाख रुपये के सालाना पैकेज मिल जाते हैं। भारत से बाहर यूरोप और अमेरिका ही नहीं, मध्य पूर्व, सिंगापुर आदि जगहों पर भी रोबोटिक इंजीनियरों की खूब मांग है और यहां सालाना पैकेज आसानी से 20 लाख से 25 लाख रुपये से शुरू होते हैं। जैसे-जैसे तकनीकी नवाचार आगे बढ़ रहे हैं, स्मार्ट होम डिवाइस के लिए उपभोक्ता उत्साह बढ़ रहा है, जो सुविधा, दक्षता और जीवन की बढ़ी हुई गुणवत्ता को प्राथमिकता देने की बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाता है। घरेलू रोबोट इन उपभोक्ता मांगों को पूरा करने में प्रमुख खिलाड़ी बनकर उभरे हैं। रोजमर्रा की जिंदगी में तकनीक के एकीकरण के साथ-साथ नियमित कार्यों को स्वचालित करने के साथ-साथ संगति और मनोरंजन प्रदान करने के लिए डिजाइन किए गए घरेलू रोबोट की मांग बढ़ रही है। यह बदलाव हाल ही में हुए बाजार अनुसंधान द्वारा रेखांकित किया गया है, जो स्मार्ट होम और घरेलू रोबोट क्षेत्रों के लिए एक मजबूत विकास प्रक्षेपवक्र का संकेत देता है। जैसे-जैसे उपभोक्ता तकनीक के प्रति अधिकाधिक जागरूक होते जा रहे हैं और घर के प्रबंधन के लिए नवीन समाधानों को अपनाने के लिए तैयार हो रहे हैं, दिन-प्रतिदिन के जीवन को बेहतर बनाने में सक्षम परिष्कृत घरेलू रोबोटों की लोकप्रियता और मांग में उल्लेखनीय वृद्धि होने की संभावना है। घरेलू रोबोट, जिन्हें व्यक्तिगत सेवा रोबोट या साथी रोबोट के रूप में भी जाना जाता है, घरेलू कार्यों में मदद करने के लिए डिजाइन किए गए हैं। घरेलू रोबोट लोगों के घरों और कार्यस्थलों में पाए जा सकते हैं। वे कई तरह के काम करते हैं, जैसे सफाई, कपड़े धोना और बुजुर्गों या विकलांग लोगों की देखभाल करना। घरेलू रोबोट का एक उदाहरण रूम्बा वैक्यूम क्लीनर रोबोट है। यह एक छोटा, स्वायत्त सफाई रोबोट है जिसे फर्श, कालीन और गलीचे साफ करने के लिए प्रोग्राम किया जा सकता है। 2002 से दुनिया भर के घरों में रूम्बा का इस्तेमाल किया जा रहा है। आज पत्वइवज और अन्य कंपनियों के कई अलग-अलग मॉडल उपलब्ध हैं। घरेलू रोबोट का एक और उदाहरण मित्सुबिशी द्वारा विकसित वाकामारू रोबोट है। वाकामारू को उन बुजुर्ग लोगों के लिए साथी प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है जो अकेले रहते हैं या जिन्हें घूमने में कठिनाई होती है। अपने छोटे आकार और मिलनसार चेहरे के साथ, वाकामारू को अल्ट्रा-कॉम्पैक्ट हेल्पर रोबोट के रूप में वर्णित किया गया है। यदि कोई समस्या पाई जाती है, तो वाकामारू मदद के लिए देखभाल करने वाले या परिवार के सदस्य से संपर्क कर सकता है। दुनिया भर के घरों में घरेलू रोबोट तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। यह मुख्य रूप से वृद्ध लोगों की उच्च मांग के कारण है जो लंबे समय तक स्वतंत्र रूप से रहना चाहते हैं। कई कंपनियों ने घरेलू रोबोट विकसित करना शुरू कर दिया है जिनका उपयोग सफाई और साथ देने सहित कई तरह के कार्यों के लिए किया जा सकता है। जबकि अधिकांश मौजूदा मॉडल घर में उपयोग के लिए डिजाइन किए गए हैं, हवाई अड्डों, शॉपिंग मॉल और होटलों जैसे वाणिज्यिक स्थानों में भी उनका उपयोग करने में कुछ रुचि है।
मेडिकल रोबोट स्वास्थ्य सेवा सेटिंग्स में विभिन्न प्रकार के कार्य करने के लिए विकसित किए गए हैं। उन्हें अस्पतालों, डॉक्टरों की सर्जरी और एम्बुलेंस में पाया जा सकता है। वे आवश्यक रोबोटिक उपकरणों से लेकर ऑपरेशन के दौरान सर्जनों की सहायता करने वाले स्वायत्त सर्जिकल सिस्टम तक होते हैं जो पूरी प्रक्रिया को स्वयं संचालित करते हैं। मेडिकल रोबोट को चिकित्सा प्रक्रियाओं को आसान, तेज और अधिक सटीक बनाने के लिए डिजाइन किया गया है। इनका उपयोग कई तरह के सर्जिकल कार्यों के लिए किया जा सकता है, जिसमें ट्यूमर को हटाना, सुई बायोप्सी और एंडोस्कोपिक ऑपरेशन शामिल हैं। मेडिकल रोबोट नियमित परीक्षण भी कर सकते हैं जिन्हें मानव डॉक्टरों को दोहराना या पूरा करना मुश्किल लगता है।

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