दो पक्षों के बीच हुई मारपीट खूनी संघर्ष में बदली, एक व्यक्ति की मौत, तीन गंभीर रूप से घायल

कोटद्वार। कोतवाली क्षेत्र के लकड़ी पड़ाव वार्ड में रविवार दोपहर में दो पक्षों के बीच हुई मारपीट खूनी संघर्ष में बदल गया। धारदार हथियार के हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों का कोटद्वार बेस अस्पताल में उपचार चल रहा है। दो पक्षों के बीच हुए खूनी संघर्ष के कारण क्षेत्र में तनाव बना हुआ है। घटनास्थल और बेस अस्पताल में बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती कर दी गई है। पुलिस ने तीन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। देर शाम तक पुलिस को तहरीर का इंतजार था। बताया कि तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर लिया जाएगा। पुलिस ने मामले की अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है।
रविवार दिन के करीब एक बजे लकड़ी पड़ाव में उस समय अफरातफरी मच गई, जब दो पक्षों के बीच किसी बात को लेकर जमकर पत्थरबाजी और मारपीट हो गई। देखते ही देखते खूनी संघर्ष हो गया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी प्रकार मामले को शांत किया। करीब एक घंटे तक चले मारपीट और बवाल में चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को बेस अस्पताल लाया गया, जिसमें एक की उपचार के दौरान मौत हो गई। तीन घायलों का अस्पताल में उपचार चल रहा है। मामला बढ़ता देख हरकत में आई पुलिस ने बेस अस्पताल का मुख्य गेट बंद कर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है। साथ ही घटना स्थल लकड़ी पड़ाव में भी पीएसी समेत पुलिस फोर्स तैनात कर दिया।
अस्पताल के इमरजेंसी में तैनात डॉ. अभिनव ने बताया कि चार लोग गंभीर रूप से घायल होकर अस्पताल आए थे। अशरफ (60) पुत्र शहीद अहमद निवासी आमपड़ाव के शरीर पर कई जगह गंभीर चोट लगी थी। उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। इमरान (45) पुत्र शहीद अहमद निवासी आमपड़ाव, इकरार (26) पुत्र मुईनउद्दीन निवासी आमपड़ाव और नदीम अहमद (31) निवासी रतनपुर कुंभीचौड़ गंभीर रूप से घायल हो गया है। प्राथमिक उपचार करने के बाद तीनों को भर्ती कर दिया गया है। विवाद और संघर्ष में घायल हुए इकरार ने बताया कि नदीम के ससुर की मौत होने के बाद वे सभी उनका अंतिम संस्कार कर के लौट रहे थे। नदीम अपनी बहन को छोड़ने के लिए बाइक से लकड़ी पड़ाव जा रहा था। इस बीच लकड़ी पड़ाव में ट्यूबवेल के पास किसी बात को लेकर वहां के कुछ युवाओं से विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि मामला मारपीट तक पहुंच गया। नदीम के साथ मारपीट होने की सूचना मिलते ही वे उसे छुड़ाने के लिए गए थे। इतने में बगल की गलियों से निकलकर लोगों ने उनपर पथराव करते हुए लोहे की रॉड, फावड़ा और अन्य धारदार हथियारों से जानलेवा हमला कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी प्रकार उनका बचाव किया। कोटद्वार बेस अस्पताल पहुंचे मृतक के परिजनों ने आरोपियों को बचाने का आरोप लगाते हुए पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए। कहा कि पुलिस की मौजूदगी में लोग उनके परिजनों को मारते रहे, लेकिन पुलिस ने उन्हें बचाने का प्रयास नहीं किया। कहा कि मारपीट करने वाले शराब, स्मैक और गांजा का अवैध कारोबार करते हैं। करीब दो घंटे तक चले हंगामे के बाद पुलिस ने सख्त कानूनी कार्रवाई का भरोसा देते हुए मृतक के परिजनों को शांत कराया।

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