देहरादून। उत्तराखंड की पांचवी विधानसभा के लिए सभी 70 सीटों के लिए मैदान में उतरे 632 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में बंद हो गया। अब सबको 10 मार्च का इंतजार रहेगा जब इस ईवीएम का मंुह खुलेगा और वह अपना फैसला उगलेंगी। प्रमुख रूप से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह व आम आदमी पार्टी का मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किए गए कर्नल अजय कोठियाल समेत अन्य नेता शामिल हैं। भाजपा, कांग्रेस और आप के 70-70 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। बसपा के 60, सपा के 56 और उक्रांद के 46 प्रत्याशियों के अलावा 260 अन्य प्रत्याशी भी मैदान में हैं। राज्य में 776 अतिसंवेदनशील (क्रिटिकल), 1050 संवेदनशील (वलनरेबल) और 173 विशेष निगरानी मतदान केंद्र चिन्हित किए गए थे।
चुनाव के दौरान नजर रखने को केंद्र द्वारा एक विशेष सामान्य पर्यवेक्षक, एक विशेष पुलिस पर्यवेक्षक और एक विशेष व्यय लेखा पर्यवेक्षक तैनात किए गए थे। इनके अलावा 34 सामान्य, 13 पुलिस और 21 व्यय लेखक पर्यवेक्षक चुनावी गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज राज्य की सभी 70 विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों के 11,697 मतदेय स्थलों पर मतदान शान्तिपूर्वक सम्पन्न हो चुका है। विभिन्न माध्यमों से प्राप्त सूचना के अनुसार राज्य में राज्य में लगभग-62.5 प्रतिशत मतदान हुआ है। मतदान समाप्ति के पश्चात मतदान पार्टियों के संग्रह केन्द्र पर लौटने के पश्चात की मतदान के प्रतिशत वास्तविक आंकड़े जारी किए जा सकेंगें।
उन्होंने बताया कि राज्य में लगभग 80 हजार अधिकारियों/कर्मचारियों तथा लगभग-40 हजार सुरक्षा कर्मियों, जिसमें केन्द्रीय अद्धैसैनिक बल सहित लगभग-1.20 लाख कार्मिकों को निर्वाचन प्रक्रिया के सफल सम्पादनार्थ मतदान कार्मिक आदि के रूप में निर्वाचन संबंधी विभिन्न दायित्वों के लिए तैनात किया गया था।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि आज मतदान के दिनांक को मॉकपोल से मतदान की समाप्ति तक लगभग-137 बी.यू. तथा 155 सी.यू. एवं 294 वीवीपैट में कुछ तकनीकी खराबी की सूचना प्राप्त हुई थी जिन्हें तत्काल सेक्टर मजिस्ट्रेटों के द्वारा रिजर्व मशीनों से बदल दिया गया था। मतदान पार्टियों के वापस संग्रह केन्द्र पर लौटने के पश्चात ही इस संबंध में अंतिम आंकड़े जारी किए जा सकेंगें। मतदान की समाप्ति के पश्चात दिनांक 14 फरवरी, 2022 की देर रात्रि तक 11,697 मतदान पार्टियों में से 9,385 मतदान पार्टियां दिनांक 14 फरवरी, 2022 को ही संग्रह केन्द्रों पर लौट जायेंगी और शेष दूरस्थ क्षेत्र की कुल-2,312 मतदान पार्टियां दिनांक 15 फरवरी, 2022 को संग्रह केन्द्रों पर लौटेंगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने राज्य के सभी संभ्रान्त नागरिकों/मतदाताओं का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने कोविड के प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए मतदान में प्रतिभाग कर, मतदाता के रूप में अपने अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्य का निर्वहन किया। उन्होंने निर्वाचन ड्यूटी में तैनात उन सभी अधिकारियों/कर्मचारियों तथा सुरक्षा कर्मियों का भी आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने पूर्ण निष्ठा, ईमानदारी एवं स्वतंत्र तथा निष्पक्ष पारदर्शिता के साथ अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन करते हुए शांतिपूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया में अहम भूमिका निभायी। उन्होंने सभी राजनैतिक दलों तथा निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों का भी आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने राज्य की आपसी भाईचारे की परम्परा को कायम रखते हुए शांतिपूर्ण निर्वाचन में अपना विशेष योगदान दिया।