देहरादून। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के निदेशक मण्डल ने 30 जून, 2022 की समाप्त तिमाही के लिए बैंक के लेखों का आज अनुमोदन किया है।
वित्तीय वर्ष 2023 की पहली तिमाही की मुख्य विशेषताएँ 1. सशक्त वित्तीय कार्यनिष्पादन:वित्तीय वर्ष 2023 की पहली तिमाही के दौरान बैंक के शुद्ध लाभ में वर्ष दर वर्ष आधार पर 32.02% का सुधार हुआ है. वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही के दौरान बैंक के शुद्ध ब्याज आय में वर्ष दर वर्ष आधार पर 8.11% की वृद्धि हुई है. 2. बैंक ने सशक्त देयता अंश को दर्शाना जारी रखा हैकासा जमाराशि में वर्ष दर वर्ष 8.69% की बढ़ोतरी हुई है. वित्तीय वर्ष 2023 की पहली तिमाही के अंत तक बैंक के पास कुल जमाराशि आधार ` 9,92,774 करोड़ है. 3. कारोबार संवृद्धि में गतिअग्रिमों में वर्ष दर वर्ष आधार पर क्रमश: 12.95% की वृद्धि हुई है जबकि जमा राशि में वर्ष दर वर्ष आधार पर क्रमश: 9.27% की वृद्धि हुई है. 30 जून, 2022 तक बैंक का कुल कारोबार ` 17,21,409 करोड़ है. 4. रिटेल, कृषि एवं एमएसएमई (रैम) क्षेत्र में ऋणबैंक ने वर्ष दर वर्ष आधार पर रिटेल में 11.13% की वृद्धि, कृषि में 14.04% की वृद्धि और एमएसएमई अग्रिमों में 11.26% की वृद्धि दर्ज की है. घरेलू अग्रिमों के प्रतिशत के रूप में, रैम अग्रिम 54.88% है. 5. एनपीए में कमी :-दिनांक 30.06.2022 तक सकल एनपीए (%) वर्ष दर वर्ष आधार पर 338 बीपीएस की गिरावट के साथ 10.22% रहा तथा शुद्ध एनपीए (%) वर्ष दर वर्ष आधार पर 138 बीपीएस की गिरावट के साथ 3.31% रहा है. 6. पूंजी अनुपात में सुधारसीआरएआर दिनांक 30.06.2021 के 13.32% के सापेक्ष दिनांक 30.06.2022 को सुधार के साथ 14.42% रहा. सीईटी 1 अनुपात दिनांक 30.06.2021 के 9.77% के सापेक्ष 30.6.2022 को सुधार के साथ 10.68% रहा. |
नेटवर्क:
8,729 शाखाएँ,विदेशी शाखाओं सहित
11,154 एटीएम
15,376 बीसी पॉइंट्स
126 सरल/सरल लाइट (एमएसएमई ऋण प्रसंस्करण केंद्र)
131 यूएलपी (रिटेल ऋण प्रसंस्करण केंद्र)
81 यूएसके (कृषि ऋण प्रसंस्करण केंद्र)
70 एमएसएमई फ़र्स्ट ब्रांचेस (शाखाएँ)
वित्तीय समावेशन योजनाएं :
सरकार समर्थित योजनाएं जैसे पीएमजेजेबीवाई, पीएमएसबीवाई, पीएमजेडीवाई और एपीवाई के माध्यम से भारत सरकार द्वारा शुरू की गई वित्तीय समावेशन योजनाओं का उद्देश्य बाधाओं को खत्म करना और समाज के कम पहुँच वाले वर्गों को आर्थिक मूल्य वाली वित्तीय सेवाओं को प्रदान करना है.
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई):
यह एक सरकार समर्थित बीमा योजना है जिसमें 30 जून, 2022 की समाप्त तिमाही में बैंक द्वारा 0.90 लाख नए नामांकन किए गए हैं.
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई):
यह एक सरकार समर्थित दुर्घटना बीमा योजना है जिसमें 30 जून, 2022 की समाप्त तिमाही में बैंक द्वारा 1.97 लाख नए नामांकन किए गए हैं.
प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई):
हमारे बैंक ने दिनांक 30.06.2022 तक पीएमजेडीवाई योजना के अंतर्गत ` 7,827 करोड़ की राशि के कुल 2.49 करोड़ खाते खोलने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. 30.06.2021 को ` 6, 597 करोड़ की राशि के कुल 2.21 करोड़ खाते खोले गए थे. जिससे वर्ष दर वर्ष आधार पर खाते खोलने में 12.67% की वृद्धि हुई है.
अटल पेंशन योजना (एपीवाई):
एपीवाई एक पेंशन योजना है, जो मुख्य रूप से असंगठित क्षेत्र में कार्यरत व्यक्तियों पर लक्षित है तथा 30 जून, 2022 की समाप्त तिमाही में बैंक द्वारा 1.09 लाख नए नामांकन किए गए हैं.
कोविड–19 से निपटने के लिए शुरू की गई नई योजनाएं:
हमारे बैंक ने कारोबारी संस्थाओं, रिटेल ग्राहकों को उनकी त्वरित आवश्यकताओं को पूरा करने तथा कोविड 19 की चुनौतियों को कम करने के लिए भारत सरकार द्वारा शुरू की गई प्रमुख योजनाओं को संवितरित करने की पहल की है.
पीएम स्वनिधि :
यह एक सूक्ष्म ऋण सुविधा है जो स्ट्रीट वेंडरों को एक वर्ष की अवधि के लिए कम ब्याज दरों पर `10,000 का संपार्श्विक मुक्त ऋण प्रदान करता है.
मंजूर किए गए ऋणों की संख्या – 3,64,772
मंजूर की गई कुल राशि – ` 392 करोड़
यूनियन गारंटीकृत इमरजेंसी क्रेडिट लाइन (यूजीईसीएल):
भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुरूप, 29 फरवरी, 2020 को बकाया ऋण राशि की 20/40 प्रतिशत तक पात्र उधारकर्ताओं को पूर्व-अनुमोदित मंजूरी सीमा होगी. यह सीमा अतिरिक्त कार्यशील पूंजी मीयादी ऋण सुविधा के रूप में इच्छुक पीएमएमवाई उधारकर्ताओं सहित कारोबारी उद्यम/एमएसएमई उधारकर्ता/व्यक्तिगत के लिए है मंजूर किए।