बुजुर्गों, जरूरतमंदों के लिए तेजस्वनी चैरिटेबल ट्रस्ट ने चलवाए मुफ्त ई-रिक्शा

-शहर में रहेंगे चार ई रिक्शा, दो दून अस्पताल, एक कोरोनेशन, एक इंद्रेश अस्पताल के पास रहेगा
-दोपहर तीन बजे तक दी जाएगी मुफ्त सेवा

देहरादून। तेजस्वनी चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आज शहर में मुफ्त ई रिक्शा सेवा आरम्भ करवाई गई है। ट्रस्ट की ओर से चार ई रिक्शा जरूतरमंदों एवं बुजुर्गो की सेवा के लिए रहेंगे। मुफ्त सेवा के चारों रिक्शा को हरि झंडी विधायक खजानदास एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री विशवास डावर ने दिखाई। सभी को घंटाघर से रवाना किया गया। विधायक खाजानदास ने ट्रस्ट के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि पूरा कोरोना काल से तेजस्वनी संस्था के कार्य बहुत ही सराहनीय रहे है और आज जो सेवा आरम्भ की गई है उससे लोगांे को बहुत लाभ होगा।
दोपहर में धूप बढ़ रही है और लाॅकडाउन के कारण लोगों को इधर उधर जाने में परेशानी होती है। उन्होनंे कहा कि इसके लिए वे संस्था को बधाई देंगे और कहेंगे कि वे भविष्य में भी इसी तरह के कार्य करते रहे। इस मौके पर पूर्व कैबिनेट मंत्री दर्जाधारी विशवास डावर ने कहा कि वे पहले से संस्था का सहयोग करते आए है और देख रहे है कि संस्था से जुड़ी सभी महिलाएं बहुत ही मेहनत से कार्य कर रही है। उन्होंने भी संस्था को बधाई दी व आगे भी इसी तरह से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस मौके पर तेजस्वनी चैरिटेबल ट्रस्ट की संस्थापक प्रिया गुलाटी ने कहा कि संस्था की ओर से पूरे कोरोना काल मे जरूरतमंदों को घर घर खाना पहुंचाया गया और पिछले तीन दिनों से दौ पैकेट खाने के भी बांटे जा रहे है। इसी क्रम में आज यह चार ई रिक्शा बुजुर्गों एवं जरूरतमंदों के लिए आरम्भ किए गए है जो शहर में घूमंेगे और किसी को कहीं आने जाने में परेशानी हो रही होगी तो उनकी मदद करेंगे। इस मौके पर उनका सहयोग करने वाली संस्थाओं में उत्तरांचल पंजाबी महासभा, साधना जयराज जी की उत्तराखंड जन सेवा मंच, एडवोकेट अंजना साहनी, प्रीत कोहली जी की जागृति फाउंडेषन नशा मुक्ति केंद्र, अमाया, आस्क ट्रस्ट, एमिकस लीगल शामिल रही। वहीं मौेके पर तेजस्वनी बिजनेस एसो की देहरादून चैप्टर हैड एडवोकेट त्रिशला मलिक, पंजाबी महासभा से प्रदेश संगठन मंत्री राजीव सच्चर, पार्षद रौशन चंदेल, आस्क ट्रस्ट से कमलप्रीत कौर, जागृति फाउंडेशन से एडवोकेट अंजना साहनी, मधु जैन, सचिन जैन, डा मुकुल शर्मा, रेड क्रास से अनिल वर्मा आदि मौजूद थे।