देहरादून। देव भूमि ग्रुप आॅॅफ इंस्टिट्यूट के छात्र-छात्राओं ने कीटनाशकों की गुणवत्ता और कीट प्रबंधन को लेकर विस्तृत जानकारी हासिल की। जूलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा कृषि निदेशालय, उत्तराखंड सरकार की कीटनाशक गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला के भ्रमण का आयोजन किया गया। जिसका उद्देश्य छात्र-छात्राओं को कीटनाशको की गुणवत्ता के साथ साथ कीट प्रबंधन को लेकर छात्र-छात्राओं को विस्तार से जानकारी मुहैया कराना था। डॉ. दिव्या अग्रवाल (इवेंट संयोजक) और सुश्री पद्मा चोरोल (इवेंट कोऑर्डिनेटर) के साथ विभाग के 20 छात्रकृछात्राओं ने इस भ्रमण में प्रतिभाग किया।
छात्रों को कृषि निदेशालय के सहायक निदेशक सुरेंद्र ने संस्थान के विभिन्न पहलुओं और कीटनाशक गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला के कामकाज और विश्लेषणात्मक उपकरणों के सिद्धांतों और अनु प्रयोगों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। इस भ्रमण पर छात्रों ने कई विश्लेषणात्मक उपकरणों के प्रयोग और विभिन्न कीटों, उनके प्रबंधन और नियंत्रण विधियों और विभिन्न कीटनाशकों के संबंध में विस्तृत जानकारी हासिल की। छात्रों ने पूरे उत्साह के साथ लैब विजिट में प्रतिभाग किया और कीट प्रंबधंन से लेकर प्रयोगशाला में प्रयोग किये जाने वाले उपकरणों को लेकर कई सवालों का भी उन्हे जवाब मिला। देवेंद्र, छात्र-छात्राओं की अपने विषय को लेकर उत्सुकता को देखकर खासे प्रभावित हुए। जिस पर उन्होने छात्र-छात्राओं की प्रंशसा की। विजिट संयोजक डॉ. दिव्या अग्रवाल ने बताया कि छात्र-छात्राओं को उनके विषय की विस्तृत जानकारी जुटाने के उददेश्य से लैब भ्रमण आयोजित किया गया। जिसमें 20 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। उन्होने कहा कि छात्रों का उत्साह देखने लायक था। इससे पूर्व में जूलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा ष्सांख्यिकीरू इसके उपयोग और अनुसंधान कार्य में कार्यान्वयनष् विषय पर परिचर्चा आयोजित की गयी। जिसमें जाने-माने सांख्यिकीविद डॉ.अमित मित्तल कार्यक्रम में मुख्य वक्ता थे। व्याख्यान में जूलॉजी विभाग की डॉ.दिव्या अग्रवाल कार्यक्रम संयोजक रही। इसके अलावा डॉ. प्रेरणा बडोनी (माइक्रोबायोलॉजी सीबीजेड के एचओडी) और पद्मा चोरोल डॉ. भावना त्रिवेदी और सुरभि प्रधान सहित बड़ी संख्या में छात्रकृछात्राओं ने प्रतिभाग किया।