देहरादून। रोशनी जन सेवा संस्था के संस्थापक अध्यक्ष एवँ अनुसूचित जाति जनजाति परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कोरोना वॉरियर गीताराम जायसवाल ने कहा कि उत्तराखंड प्रदेश के अन्दर सरकार महंगाई पर महंगाई बढाई जा रही हैं। कोरोना महामारी के चलते लोकड़ोंन लगा हुआ है और किसी भी गरीब व्यक्ति का रोजगार नहींे चल रहा है। यहाँ पट्रोल एवँ डीजल के दाम आसमान को छू रहे हैं गरीब आदमी अपनी मोटरसाइकिल पर कहीं नही जा सकता।
फल सब्जियों के दाम इतने बढ़े हुए हैं कि गरीब परिवार की पहुँच से बाहर हो गए हैं। गरीब आदमी चाहकर भी फल नहीं खरीद सकते क्योंकि प्राइवेट सेक्टर में जितने भी व्यक्ति काम करते हैं वे सभी इस अपने घर पर है और जो व्यक्ति दिहाड़ी मजदूरी करते हैं वे सब भी अपने घर पर आराम कर रहे हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री एक बयान में कहते है कि आजादी के बाद से आज तक उत्तराखंड में कभी कंट्रोल की दुकानों में चीनी नहीं मिली है सरकार को यहाँ पर बढ़ी महंगाई पर अंकुश लगाना चाहिए और जिस प्रकार सरकार ने दो महीने का राशन कार्ड पर राशन निशुल्क किया है उसी प्रकार से सरकार को चीनी भी निशुल्क करनी चाहिए। क्योंकि इस वक्त गरीब लोगांे के पास रुपये की कमी है जब लोग लाॅकड़ोंन के दौरान खुद घर पर रहेंगे तो कहां से उनके पास समान खरीदने के लिए रुपये आयेंगे। जायसवाल ने कहा कि हमने अपनी संस्था के माध्यम से पहले भी सरकार से माँग की थी सरकार गरीब लोगों का बिजली पानी का बिल और स्कूल जाने वाले गरीब बच्चों की फीस माफ करें लेकिन सरकार इन सब चीजों को अनदेखा कर रही हैं। श्री जायसवाल का कहना है कि अगर सरकार महंगाई पर लगाम कसने के काम करें तो उत्तराखंड की जनता को राहत मिलेगी