स्पिक मैके के संस्थापक किरण सेठ अखिल भारतीय एकल साइकिल यात्रा के दौरान पहुंचे दून

देहरादून। स्पिक मैके के संस्थापक और पद्मश्री पुरस्कार विजेता प्रोफेसर किरण सेठ 15 अगस्त को कश्मीर से शुरू हुई अखिल भारतीय एकल साइकिल यात्रा के दौरान देहरादून पहुंच गए हैं। आज दून में मीडिया से बातचीत में डॉ किरण सेठ ने बताया कि साइकिल से देहरादून पहुंचने से पहले वह कश्मीर, जम्मू, पठानकोट, लुधियाना, चंडीगढ़, अंबाला, यमुनानगर और सहारनपुर को कवर कर चुके हैं। सोलो साइकिल यात्रा के एक हिस्से के रूप में, 73 वर्षीय डॉ किरण सेठ, कश्मीर से कन्याकुमारी तक 200 से अधिक जिलों और शहरों को कवर करेंगे। वह अपने अखिल भारतीय साइकिल भ्रमण के दौरान देश के ग्रामीण और शहरी परिवेश में बच्चों से भी मुलाकात करेंगे।
मीडिया से बात करते हुए डॉ. किरण ने बताया कि 19 सितंबर को उन्होंने यूपी के सुंदरपुर से शुरुआत करी और आरटीओ चेक पोस्ट से होते हुए देहरादून में प्रवेश किया। इस दौरान उनके साथ देहरादून के साइकिलिंग प्रेमी भी मौजूद रहे। ग्राफिक एरा, हिल्टन स्कूल, यूनिवर्सल एकेडमी, दून इंटरनेशनल स्कूल, कारमैन स्कूल और उनके मार्ग पर मौजूद अन्य स्कूलों के छात्रों द्वारा शहर में उनका स्वागत किया गया। उन्होंने छात्रों और उनके शिक्षकों के साथ जीवंत बातचीत की। उन्होंने स्पिक मैके को आगे बढ़ाने के सर्वाेत्तम तरीकों पर संस्थान के स्वयंसेवकों और समन्वयकों के साथ विस्तृत चर्चा भी करी। आगे बताते हुए उन्होंने कहा, ष्इस अखिल भारतीय साइकिल यात्रा के लिए, मैंने केवल सात हज़ार की एक साधारण साइकिल खरीदी है जो गियर या डिस्क ब्रेक जैसी किसी विशेष सुविधा के बिना है। मैंने आवश्यक गियर के लिए 500 रुपये खर्च किए हैं और मैं केवल ३ जोड़ी कपड़े  साथ लेकर चल रहा हूँ। इसके द्वारा, मैं महात्मा गांधी द्वारा सादा जीवन उच्च विचार का संदेश फैलाना चाहता हूं।
शहर में अपने प्रवास के दौरान, डॉ किरण सेठ दून स्कूल, मसूरी इंटरनेशनल स्कूल में छात्रों और शिक्षकों, और लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में कर्मचारियों और परिवीक्षाधीन अधिकारियों की एक सभा को संबोधित करेंगे। वह स्कूल और कॉलेज के प्रधानाचार्यों और विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ चर्चा भी करेंगे। 22 सितंबर को उनकी ऋषिकेश की यात्रा को उत्तराखंड के राज्यपाल महामहिम द्वारा झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा। ऋषिकेश से वह साइकिल चला कर हरिद्वार, रुड़की, मुजफ्फरनगर, मेरठ से होते हुए दिल्ली जाएंगे। उनका लक्ष्य 31 दिसंबर 2022 तक कन्याकुमारी में इस यात्रा को समाप्त करना है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डॉ. सेठ ने अपनी अखिल भारतीय एकल साइकिल यात्रा के चार उद्देश्यों के बारे में भी बताया, जो भारत की समग्र विरासत और संस्कृति का जश्न मनाने के लिए, अच्छे स्वास्थ्य और स्वच्छ पर्यावरण के लिए साइकिल चलाने को बढ़ावा देना, महात्मा गांधी के संदेश सादा जीवन और उच्च विचार का प्रसार करना और अधिक स्वयंसेवकों को स्पिक मैके आंदोलन में शामिल करना है। 2 अक्टूबर को, गांधी जयंती के अवसर पर, डॉ किरण सेठ का लक्ष्य जम्मू-कश्मीर, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को कवर करते हुए, कश्मीर से साइकिल चलाकर राष्ट्रीय राजधानी, नई दिल्ली तक पहुंचना है, जो कि 1000 किमी से अधिक है।

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