छह दिवसीय आईपीएससी अंडर 17 बॉयज फुटबॉल टूर्नामेंट का हुआ समापन

देहरादून। सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल द्वारा आयोजित, छह दिवसीय आईपीएससी अंडर-17 बॉयज फुटबॉल टूर्नामेंट का समापन 27 जून को रोमांचक फाइनल मुकाबले के साथ सम्पन्न हुआ। समापन समारोह में मुख्य अतिथि संगीता केन, प्रिंसिपल वेल्हम बॉयज के साथ साथ स्कूल कार्यकारी समिति के सदस्य, इंडियन पब्लिक स्कूल्स कॉन्फ्रेंस (आईपीएससी) और बोर्डिंग स्कूल्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (बीएसएआई) के बोर्ड सदस्य उपस्थित रहे। टूर्नामेंट में डेली कॉलेज-इंदौर, एमराल्ड हाइट्स इंटरनेशनल स्कूल-इंदौर, हैदराबाद पब्लिक स्कूल-हैदराबाद, जेनेसिस ग्लोबल स्कूल-नोएडा, मॉडर्न स्कूल-बाराखंभा रोड, पाइनग्रोव स्कूल-धरमपुर, बी.के. बिड़ला-पुणे, लॉरेंस स्कूल-सनावर, पंजाब पब्लिक स्कूल-नाभा, सैनिक स्कूल-गोलपाड़ा, और सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल-देहरादून सहित कुल 11 स्कूलों ने भाग लिया।
फाइनल मैच में पाइनग्रोव स्कूल और मॉडर्न स्कूल के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। दोनों टीमों ने असाधारण कौशल और अटूट दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करते हुए दर्शकों को अपनी सीटों से बांधे रखा। अंततः, मॉडर्न स्कूल, बाराखंभा 4-1 स्कोर लाइन के साथ विजयी हुआ, इस फाइनल मैच में मॉडर्न स्कूल- बाराखंभा के खिलाडियों ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुये उसके खिलाड़ी जय सिंह ने 02 गोल तथा आयुष जोशी ने 02 गोल किये वही पाइनग्रोव स्कूल-धरमपुर के अर्पित शर्मा ने टीम की तरफ से मात्र 01 गोल किया। इस के साथ मॉडर्न स्कूल- बाराखंभा ने सम्मानित ट्रॉफी हासिल की और टूर्नामेंट के चैंपियन के रूप में अपना नाम दर्ज कराया। प्रथम उपविजेता, पाइनग्रोव स्कूल, धरमपुर को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए योग्य प्रमाण पत्र, पदक और एक ट्रॉफी प्राप्त प्रदान की गईं। इसके अतिरिक्त, एमराल्ड हाइट्स, इंदौर को उनके सराहनीय प्रयास के लिए प्रमाण पत्र, पदक और ट्रॉफी प्रदान करते हुए दूसरे रनर-अप के रूप में मान्यता दी गई।
समारोह में पूरे टूर्नामेंट में उत्कृष्ट व्यक्तिगत योगदान को भी मान्यता दी गई। प्रतिष्ठित उभरते खिलाड़ी का पुरस्कार एमराल्ड हाइट्स इंटरनेशनल स्कूल, इंदौर के तीरथ कंसल को प्रदान किया गया, जबकि प्रतिष्ठित सबसे मूल्यवान खिलाड़ी का पुरस्कार मॉडर्न स्कूल, बाराखंभा के ऋषभ नेगी को दिया गया। सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल, देहरादून को फेयर प्ले अवार्ड प्रदान कर निष्पक्ष खेल की भावना को उजागर किया गया। इसके अतिरिक्त, सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर का सम्मान करने वाला गोल्डन ग्लव अवार्ड अनिरुद्ध सिंह, एमराल्ड हाइट्स इंटरनेशनल स्कूल, इंदौर को दिया गया, जबकि टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर को मान्यता देने वाला गोल्डन बूट पुरस्कार मॉडर्न स्कूल, बाराखंभा के अनिरुद्ध सिंह को टूर्नामेंट में 10 गोल करने के लिए प्रदान किया गया। टूर्नामेंट का सफल संचालन उत्तराखंड फुटबॉल रेफरी एसोसिएशन के समर्पण के बिना संभव नहीं होता, जिसके अनुभवी रेफरीध्निर्णायकों ने सभी मैचों में निष्पक्ष खेल सुनिश्चित किया। संगीता केन ने अपने संबोधन में युवा खिलाड़ियों की प्रतिभा और खेल कौशल की सराहना की। उन्होंने एक मूल्यवान सबक पर भी जोर दिया- “खेले गए प्रत्येक मैच से सीखना आत्म-सुधार के लिए महत्वपूर्ण है।“ आईपीएससी फुटबॉल टूर्नामेंट उपलब्धि की भावना के साथ संपन्न हुआ, जिसने खिलाड़ियों, कोचों और दर्शकों पर समान रूप से अमिट छाप छोड़ी। खेल भावना की प्रतिबद्धता और भविष्य की प्रतिभा का वादों से यह आयोजन चमक उठा और एक वास्तव में यादगार आयोजन बन गया।

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