-आत्मनिर्भर भारत की विकास गाथा के साथ कदमताल
देहरादून, गढ़ संवेदना न्यूज। कोरोना संकटकाल के बीच सिंचाई, औद्योगिक और घरेलू उपयोग के लिए सोलर पम्प की अग्रणी निर्माता कंपनी शक्ति पंप्स (इंडिया) लिमिटेड ने आत्मनिर्भर भारत की विकास गाथा के साथ कदमताल करते हुए लगातार दूसरी तिमाही में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। 31 दिसंबर 2020 को समाप्त तिमाही में कम्पनी का एबिटा उल्लेखनीय रूप से बढ़कर 50.67 करोड़ रुपये हो गया जो दिसम्बर 2019 में 0.94 करोड़ रुपये था। वही ईपीएस दिसम्बर 2020 की तिमाही में 14.44 रुपये पहुँच गया जो 2019 में 4.73 रुपये था। चालू वित्त वर्ष के प्रथम 9 माह में कम्पनी का ईपीएस 24.53 रुपये रहा जो दिसंबर 2019 की सामान अवधि में 4.31 रुपये था। कम्पनी ने वर्तमान दिसम्बर 2020 को समाप्त तिमाही में 26.53 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड लाभ अर्जित किया। गोरतलब है की गतवर्ष की समान अवधि में कंपनी को 8.7 करोड़ रुपये का घाटा था जिससे उभरते हुए कंपनी ने शानदार रिकवरी की। दिसम्बर 2020 की तिमाही में कंपनी का कारोबार 317 करोड़ रूपये (कंसोलिडेटेड) पहुँच गया जो गत वर्ष की समान अवधि में 93.28 करोड़ रूपये था। कंपनी 100 से अधिक देशों को अपने उत्पाद निर्यात कर रही है।
शक्ति पम्पस केंद्र सरकार के मेक इन इंडिया व आत्मनिर्भर भारत अभियान के साथ कदम ताल करते हुए पीएम कुसम योजना में भी बड़ी भूमिका निभा रही है। इसके तहत सौर उर्जा को बढ़ावा देने के लिए देशभर के किसानो को भारी सब्सिडी के साथ सोलर पम्प मुहैया करना है। कम्पनी के चेयरमैन तथा मैनेजिंग डायरेक्टर दिनेश पाटीदार का कहना है कि दिसंबर 2019 की तिमाही से लेकर अब तक हमने एक लम्बा रास्ता तय किया है। सौर ऊर्जा के क्षेत्र में केंद्र सरकार की नीतियों व निवेश से हमारे लिए अपार संभावनाये खुली हैं। हम पीएम कुसुम योजना (घटक सी एंड ए) के लिए पूर्णतः तैयार हैं और आने वाले समय में इसके शानदार परिणाम भी नजर आयेंगे। पाटीदार का मानना है कि यदि राज्य सरकार सोलर पम्प व उत्पादों की सरकारी खरीद में स्थानीय उद्योगों से 50 फीसद खरीद अनिवार्य कर दे तो मध्य प्रदेश सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बन सकता है।