नई दिल्ली: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की लगभग 350-400 कंपनियों को तैनात किया जाएगा। एक सीएपीएफ कंपनी में करीब 70-80 जवान होते हैं। 243 सदस्यीय विधानसभा चुनावों की तारीखों और चरणों की संख्या की घोषणा चुनाव आयोग की ओर से अक्तूबर के प्रारंभ में किए जाने की उम्मीद है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि चिह्नित कंपनियों को अपने तैनाती स्थल से रवाना होने और बिहार जाने के लिए कहा गया है। इन कंपनियों में अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की रक्षा करने वाले बलों की इकाइयां भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जब चुनाव आयोग गृह मंत्रालय को कंपनियों की एक निश्चित संख्या के लिए निर्देश देगा, तब और कंपनियों को बढ़ाया या घटाया जा सकता है।
अधिकतम कंपनियां केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) से ली जाएंगी। अधिकारियों ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) जैसे अन्य सीएपीएफ के अलावा रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और कुछ भारतीय रिजर्व बटालियन (आईआरबी) भी बिहार में तैनात की जाएंगी।
सीएपीएफ अधिकारियों के अनुसार, ये कंपनियां आगामी विधानसभा चुनावों के दौरान सुरक्षा प्रदान करने के लिए बिहार पुलिस इकाइयों के अतिरिक्त होंगी। राज्य में 2020 में हुए पिछले तीन चरणों वाले विधानसभा चुनावों के दौरान लगभग 300 सीएपीएफ कंपनियां तैनात की गई थीं।
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