देहरादून/दिल्ली। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) ने पर्यटन सम्मेलन में भाग लिया। कार्यक्रम में अपर सचिव पर्यटन उत्तराखंड युगल किशोर पंत एवं अपर निदेशक विवेक सिंह चौहान ने महामारी काल के बाद पर्यटन उत्तरदायित्व को पुनर्जीवित करने के विषय पर पैनल चर्चा में भाग लिया।
सत्र के दौरान बोलते हुए अपर सचिव पर्यटन उत्तराखंड युगल किशोर पंत ने कहा कि उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा और यहां आने वाले पर्यटकों की सुविधा को सुनिश्चित करना उत्तराखंड पर्यटन विभाग की पहली प्राथमिकता है। इसके लिए सरकार के सहयोग से पर्यटन विभाग की ओर से लगातार काम किया जा रहा है। हमारे अधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए हर समय सतर्क हैं कि पर्यटकों को विशेष रूप से कोविड के बाद कोई असुविधा न हो।
यूटीडीबी के अपर निदेशक विवेक सिंह चौहान ने उत्तराखंड के वार्षिक आयोजनों की बात करते हुए कहा कि उत्तराखंड राज्य में विंटर टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। धार्मिक पर्यटन के साथ शीतकालीन पर्यटन और साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखण्ड पर्यटन की ओर से जिला प्रशासन के साथ मिलकर नैनीताल, भीमताल, पंगोट, मसूरी समेत कई स्थानों पर विंटर कार्निवाल आयोजित किया जाता है। उत्तराखंड का औली अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ स्कीइंग के लिए लोकप्रिय है। जबकि ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए केदारकांता ट्रैक भी उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में ही है। ऐसे ही चकराता, नाग टिब्बा, मसूरी, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ की सुंदरता पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। ऐसे में प्रदेश के पर्यटन स्थलों में पर्यटकों को सुरक्षित व स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराने के लिए विभाग की ओर से हर संभव कार्य किए जा रहे हैं।