देहरादून। सेवानिवृत्त राजकीय पेन्शनर्स संगठन उत्तराखण्ड की देहरादून में मासिक बैठक विरेन्द्र सिंह कृषाली प्रदेश अध्यक्ष की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक का संचालन श्याम जी यादव ने किया। बैठक में विभिन्न प्रस्ताव पारित किए गए। 10 नवम्बर 2022 को समन्वय समिति द्वारा पारित प्रस्ताव जो शासन को प्रेषित है लगभग दो माह बीतने के पश्चात भी उस पर कोई कार्यवाही न होने पर संगठन गहरा आक्रोश व्यक्त करता है। शीघ्र ही पारित प्रस्तावों पर कार्यान्वयन की मांग की गयी है।
सिंचाई विभाग देहरादून में लगभग बीस प्रयोगशाला सहायकों के पेंशन पट्टों में उत्तराधिकारी के रूप में उनकी धर्म पत्नियों का नाम अंकित नहीं है। देहरादून कोषागार में पत्नी का उत्तराधिकारी के रूप में नाम अंकित करवाने में ट्रेजरी के बार-बार चक्कर काटने में आर्थिक व मानसिक परेशानी झेलने पड रहीं है। संगठन की प्रबल मांग है कि उत्तराधिकारी जैसा महत्त्वपूर्ण प्रकरण को शिविर लगा कर एक या दो दिन में समाधान करवाया जाय। गोल्डन कार्ड योजना में जो पेंशनर्स अपना अंशदान(ऐरियर) कटवाना चाहता है न सम्बन्धित ट्रेजरी सहयोग कर रही है और न स्वास्थ्य प्राधिकरण उत्तराखण्ड। पेन्शनर्स बदहवास होकर इन कार्यालयों का चक्कर काटने को मजबूर हैं। इस प्रकार की योजना को सफल बनाने के लिये प्रकरण समाधान की सरलीकरण व्यवस्था अपनाये जाने की प्रबल मांग संगठन करताहै। जो पेंशनर्स गोल्डन कार्ड की योजना से नहीं जुड़ना चाहते हैं उनकी अंशदान कटौती ब्याज सहित अविलम्ब वापस करने की संगठन न्यायोचित मान्ग करता है। जिन पेंशनरो की गोल्डन कार्ड की अंशदान कटौती अधिक( दो गुना,तीन गुना) काटी गई है ।संगठन शीघ्र वापस करने की प्रबल माँग करता है। हर चिन्हित अस्पताल में गोल्डन कार्ड धारकों के लिए अलग खिड़की व अस्पताल की प्रवेश द्वार की दिवार पर ’बोर्ड ’ष्गोल्डन कार्ड की सुविधा उपलब्ध है लगाया जाय।
आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति से चिकित्सा कराने वाले पेंशनर्स को प्रति पूर्ति बिलों के भुगतान हेतु शासनादेश अविलम्ब जारी किया जाय।
गोल्डन कार्ड योजना में शामिल न होने वाले पेंशनरों को 0409-2006 के शासनादेश को पुनर्जीवित कर हजारों हजार पेंशनरों को बिल भुगतान होने में मदद मिलेगी।इस प्रकार चिकित्सा प्रतिपूर्ति का का लाभ न मिलने पर पूरे प्रदेश के पेन्शनरो में गहरा आक्रोश है।
प्रदेश की समस्त ट्रेजरी में वयोवृद्ध व उनके आश्रितों को जानकारी हासिल करने के लिए एक पूछताछ कक्ष व उसमें जानकारी रखने वाले कार्मिक की मांग की जाती है। संगठन ने यह भी संज्ञान रखा है कि ट्रेजरी में कार्यरत कार्मिक अत्यधिक कार्याे के कारण चिडचिडेपन के शिकार हो रहे हैं। सरकार से प्रबल मांग है कि प्रत्येक ट्रेजरी में अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती किये जाने से कार्य की सुसंस्कृति बढेगी। इन प्रकरणों पर सरकार-शासन व प्राधिकरण ने समाधानात्मक कार्य वाही नहीं की तो पेंशनर्स संगठन आन्दोलन करने को बाध्य होगा। बैठक में आर. एस.परिहार,आर.एस. विरोरिया,के. डी.शर्मा,रमेंद्र सिंह पुण्डीर, हृदय राम सेमवाल,जबर सिंह पंवार, रमेश सिंह कृषाली, सैयद राहत अली,राम स्वरूप सिंह,एम एस वर्मा, कृष्ण लाल, जगदीश प्रसाद डोभाल,एम एल तिवारी, उमेश चौहान, चमन लाल राजपूत,सरदार रोशन सिंह,चौधरी चरण सिंह,विनोद शर्मा, हुकम सिंह गुसांईं, मुनेन्द्र लाल,शिव लाल, कृष्ण लाल आदि अनेक भारी संख्या में सदस्य उपस्थित रहे।
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