-प्रेमनगर में रोड शो किया और रैली आयोजित
देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने कहा कि प्रदेश को बचाने के लिए आगे की लड़ाई लड़नी होगी। उन्होंने कहा कि हमने उत्तराखंड बनाया, हम ही इसे बचाएंगे। उन्होंने कहा कि यह राज्य हमें कुर्बानी देने के बाद हासिल हुआ है। आज प्रदेश 75 हजार के कर्ज में डूबा हुआ है। उन्होंने प्रदेश की बदहाली के लिए कांग्रेस और भाजपा को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कैंट विधानसभा क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी अनिरुद्ध काला को जिताने की अपील की। रैली के दौरान पंजाबी महासभा ने अनिरुद्ध को अपना समर्थन देने का ऐलान किया। गुरुद्वारा तेग बहादुर साहिब के पूर्व अध्यक्ष सरदार दर्शन सिंह, उत्तरांचल पंजाबी महासभा के सचिव विरेंद्र पाल डिम्पी, पंजाबी महासभा के पूर्व प्रधान अशोक वर्मा ने भी अनिरुद्ध को अपना समर्थन देने की घोषणा की।
प्रेमनगर दशहरा मैदान में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए श्री ऐरी ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा का रिमोट दिल्ली में है। दिल्ली वाले सीएम को अपना मुनीम समझते हैं। अब समय आ गया है कि इन दलों को जनता सबक सिखाए। यूकेडी प्रत्याशी अनिरुद्ध काला ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि वह कैंट क्षेत्र की जनता की सेवा का संकल्प लेते हैं। वह जनता के हर समय उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा और स्वरोजगार उनके अहम मुद्दे हैं। विकास कार्य जनता की भागीदारी से किये जाएंगें। विधायक निधि का इस्तेमाल जनता की राय लेकर किया जाएगा और यह कार्य भी स्थानीय को दिया जाएगा ताकि उसे रोजगार मिल सके। रैली के दौरान बीच बीच में यूकेडी और अनिरुद्ध काला की जय-जयकार हुई। मंच संचालन मीनाक्षी घिल्ड़ियाल और सोमेश बुड़ाकोटी ने किया। इससे पूर्व यूकेडी प्रत्याशी अनिरुद्ध काला ने प्रेमनगर गुरुद्वारे से दशहरा मैदान तक रोड शो किया। इसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने भाग लिया। रोड शो प्रेमनगर बाजार और विभिन्न कालोनियों से होती हुई दशहरा मैदान तक पहुंची। इस मौके पर राजीव माकन, कुलविंदर सिंह, गुरुशरण सिंह सोनू भाई, सरदार जगजीत सिंह कपूर, प्रभा नैथानी, शांति कैंतुरा, ऊषा, सतेश्वरी पंत संजय बडोला, भुवन कुकरेती, लक्ष्मी राणा, सुनीता बिष्ट, प्रभा नौटियाल, ज्योति तड़ियाल, समीर मंुडेपी, मोहन नेगी, मीनाक्षी घिल्डियाल, सोमेश बुड़ाकोटी, अतुल उनियाल, आशा मुंडेपी, दिनेश खरबंदा, कुलदीप मदान, उमेद सिंह राणा, अनिल जुयाल आदि नेता व समर्थक शामिल रहे।