नई टिहरी। सितंबर माह से टिहरी झील में पर्यटकों को साहसिक खेलों का नया रोमांच करने का मौका मिलेगा। सितंबर माह से झील में 10 कमरों वाला क्रूज बोट और 10-10 सीटर दो शिकारा बोट उतारने की योजना तैयार की गई है। टिहरी झील विशेष क्षेत्र पर्यटन विकास प्राधिकरण (टाडा) ने शिकारा और क्रूज उतारने के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली है, जिन व्यक्तियों को टेंडर मिला है, उन्होंने क्रूज और शिकारा बोट बनाने का काम शुरू कर दिया है।
टिहरी बांध की झील में 2014-15 में बोटिंग शुरू हुई थी। वर्तमान में करीब 100 बोट संचालित हो रही हैं, जिनमें मोटर बोट, स्पीड बोट, जेटस्की, जेटअटैक, पैरासिलिंग, वाटर सर्फिंग, वाटर स्कीइंग, बनाना राइट आदि शामिल है, लेकिन अब टाडा आरामदायक शिकारा बोट से लेकर क्रूज बोट उतारने की तैयारी में है। आठ से 10 कमरों के क्रूज बोट में पर्यटक रात गुजारकर सफर का आनंद ले सकते हैं। अभी तक कश्मीर की डल झील में क्रूज और शिकारा बोट चलती है। टाडा ने टेंडर के माध्यम से क्रूज और शिकारा बोट स्थानीय बेरोजगारों को आवंटित कर दिए हैं, जिन लोगों को यह आवंटन किया गया है, उन्होंने शिकारा और क्रूज निर्माण शुरू करवा दिया है। सितंबर माह से शिकारा और क्रूज झील में उतर जाएंगी, जिससे पर्यटक झील का दीदार कर सकते हैं। साहसिक खेलों के लिए महत्वपूर्ण शिकारा और क्रूज के उतरने से झील पर्यटकों की पहली पसंद बन सकती है। टाडा के विपणन अधिकारी नवीन नेगी ने बताया कि दोनों महत्वपूर्ण परियोजना पर काम शुरू हो गया है। जरूरी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। जिन लोगों को शिकारा और क्रूज आवंटित किए गए हैं उन्हें सितंबर तक झील में संचालन शुरू करने को कहा गया है।