पीएम मोदी ने चार लाख से ज्यादा संपत्ति मालिकों को बांटे ई-प्रापर्टी कार्ड

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंचायती राज दिवस के मौके पर पांच हजार गांवों में चार लाख से ज्यादा संपत्ति मालिकों को ई-प्रापर्टी कार्ड जारी किए हैं। इस मौके पर पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कई बातों का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि इस वर्ष हम आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश करने वाले हैं। हमारे सामने चुनौतियां जरूर हैं, लेकिन विकास का पहिया हमें तेज गति से आगे बढ़ाते रहना है। आप भी अपने गांव के विकास के लक्ष्य तय करें और तय समयसीमा में उन्हें पूरा करें।
पंचायती राज दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि पंचायती राज दिवस का ये दिन ग्रामीण भारत के नवनिर्माण के संकल्पों को दोहराने का एक महत्वपूर्ण अवसर होता है। ये दिन हमारी ग्राम पंचायतों के योगदान और उनके असाधारण कामों को देखने, समझने और उनकी सराहना करने का भी दिन है। हाल में अनेक राज्यों में पंचायत चुनाव संपन्न हुए हैं और बहुत जगह चल भी रहे हैं इसलिए आज हमारे साथ बहुत से नए साथी भी हैं। मैं सभी नए जनप्रतिनिधियों को भी बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी ने पिछले साल ब्व्टप्क् को गाँवों तक पहुँचने से न केवल रोका बल्कि सभी को शिक्षित भी किया। उन्होंने आगे कहा कि इस साल, हमें फिर से इसी तरह की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है और हमें वायरस को अपने गांवों तक पहुंचने से रोकना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि आज गांव और गरीब को उसके घर का कानूनी दस्तावेज देने वाली बहुत ही बड़ी और अहम योजना स्वामित्व योजना को भी पूरे देश में लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि एक साल पहले जब हम पंचायती राज दिवस के लिए मिले थे, तब पूरा देश कोरोना से मुकाबला कर रहा था। तब मैंने आप सभी से आग्रह किया था कि आप कोरोना को गांव में पहुंचने से रोकने में अपनी भूमिका निभाएं।
पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी ने बड़ी कुशलता से, ना सिर्फ कोरोना को गांवों में पहुंचने से रोका, बल्कि गांव में जागरूकता पहुंचाने में भी बहुत बड़ी भूमिका निभाई। इस वर्ष भी हमारे सामने चुनौती गांवों तक इस संक्रमण को पहुंचने से रोकने की है। उन्होंने कहा कि जो भी गाइडलाइंस समय-समय पर जारी होती हैं उनका पूरा पालन गांव में हो, हमें ये सुनिश्चित करना होगा। इस बार तो हमारे पास वैक्सीन का एक सुरक्षा कवच है। इसलिए हमें सारी सावधानियों का पालन भी करना है और ये भी सुनिश्चित करना है कि गांव के हर एक व्यक्ति को वैक्सीन की दोनों डोज लगे।