पंडित जयतीर्थ मेवुंडी ने दी हिंदुस्तानी वोकल प्रस्तुति  

देहरादून। स्पिक मैके ने आज जॉन मार्टिन मेमोरियल स्कूल के छात्रों के लिए पंडित जयतीर्थ मेवुंडी द्वारा हिंदुस्तानी वोकल प्रस्तुति का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को एसआरएफ फाउंडेशन द्वारा समर्थित किया गया। पंडित जयतीर्थ मेवुंडी ने अपने मंत्रमुग्ध कर देने वाले हिंदुस्तानी गायन से दर्शकों का दिल जीत लिया। प्रस्तुति के दौरान उनके साथ हारमोनियम पर सुमित मिश्रा और तबले पर संतोष तेलुरकर रहे।
पंडित जयतीर्थ मेवुंडी किराना घराने के प्रमुख गायकों में से एक हैं। हुबली में जन्मे जयतीर्थ का प्रारंभिक प्रशिक्षण अनौपचारिक रूप से भजन और अन्य भक्ति संगीत गायन के साथ घर पर शुरू हुआ। वह बताते हैं की उनके परिवार में कभी कोई पेशेवर संगीतकार नहीं था, हालांकि उनके परिवार के सदस्य रेडियो पर गाने सुनते थे, रागों की पहचान करते थे और सामान्य रूप से संगीत की सराहना करते थे।
पंडित मेवुंडी को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है, जिनमें पंडित जसराज गौरव पुरस्कार (1995), मेवाती घराना संगीत गौरव पुरस्कार (2000), शनमुखानंद संगीत शिरोमणि पुरस्कार (2005) और राष्ट्रपति अब्दुल कलाम द्वारा दिया गया प्रतिष्ठित यंग मेस्ट्रो पुरस्कार (2007) शामिल हैं। वह ऑल इंडिया रेडियो में ’ए टॉप’ श्रेणी के कलाकार हैं। इससे पूर्व पंडित जयतीर्थ मेवुंडी ने नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर द एम्पावरमेंट ऑफ पर्सन्स विद विजुअल डिसएबिलिटीज़, डॉल्फिन पीजी इंस्टीट्यूट, ओंकारानंद इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी और मसूरी इंटरनेशनल स्कूल में प्रस्तुति दी।