देहरादून। शहर के कैलाश अस्पताल में 95 वर्षीय महिला की सफलतापूर्वक पेसमेकर सर्जरी कर कीर्तिमान स्थापित किया। अस्पताल में यह पाया गया कि रोगी की हृदय गति बहुत कम थी और उसे पेसमेकर सर्जरी की सलाह दी गई थी। ऑपरेशन ने उस मरीज को नया जीवन दिया है, जिसे घर पर लगभग गिर जाने के बाद अस्पताल लाया गया था।
कैलाश अस्पताल में कार्डियोलॉजी विभाग के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ राज प्रताप सिंह, ने टीम का नेतृत्व किया और बताया कि यह उत्तराखंड का शायद सबसे उम्रदराज व्यक्ति है जिसकी सफलतापूर्वक पेसमेकर इम्प्लांटेशन सर्जरी हुइ है। सर्जरी में पेसमेकर लीड को कॉलर बोन और कंधे के पास रक्त वाहिका के माध्यम से हृदय में डाला गया। प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताते हुए, डॉ. राज प्रताप ने कहारू रोगी की उम्र को देखते हुए, हमने सर्जरी के दौरान या बाद में किसी भी जटिलता या संक्रमण को कम करने के लिए सभी सावधानियां बरती। सर्जरी के 4 दिन बाद मरीज को छुट्टी दे दी गई और जल्द ही अपना दैनिक जीवन फिर से शुरू कर दिया। डॉ राज प्रताप सिंह हृदय रोग विज्ञान में नई तकनीकों को रोगियों के लिए उपलब्ध कराने के लिए प्रसिद्ध हैं। वह उत्तराखंड और आसपास के क्षेत्र में दुनिया के सबसे छोटे पेसमेकर और सर्जरी के बिना हार्ट वॉल्व रिप्लेसमेंट करने वाले पहले डॉक्टर हैं। कैलाश अस्पताल देहरादून के निदेशक पवन शर्मा और एमएस डॉ आतिश सिन्हा ने डॉक्टरों की टीम को उनकी सफलता पर बधाई दी। मरीजों के परिचारकों ने समय पर और सफल उपचार के लिए अस्पताल और कर्मचारियों की सराहना की।
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