सरकार के आश्वासन पर संस्कृत शिक्षकों का आंदोलन दो माह के लिए स्थगित

 -प्रदेश में अब अलग-अलग संचालित होंगे संस्कृत विद्यालय और महाविद्यालय 

देहरादून। प्रादेशिक संस्कृत विद्यालय-महाविद्यालय शिक्षक संघ-उत्तराखण्ड के पदाधिकारियों की संस्कृत शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे से वार्ता हुई वार्ता में संघ द्वारा दिये गए अल्टीमेटम के सभी बिंदुओं पर काफी सकारात्मक वार्ता हुई। कई दशकों से चल रही मांग संस्कृत शिक्षा में माध्यमिक और उच्च शिक्षा को अलग-अलग संचालित करने सम्बन्धी आदेश जारी हो गए है अब शीघ्र शीघ्र संस्कृत विश्वविद्यालय महाविद्यालयों से सम्बंधित आदेश जारी करेंगे।  संस्कृत शिक्षा निदेशालय एवं परिषद आदि में माध्यमिक शिक्षा के ऊंची पहुंच लगाकर प्रतिनियुक्ति पर आए शिक्षकांे को वापस उनके मूल पदों पर भेजने का निर्णय हुआ है जिसकी लगातार मांग की जा रही थी। संस्कृत शिक्षा विनियम जो वर्ष 2014 से शासन स्तर में लंबित था वह भी शीघ्र कैबिनेट में आकर प्रख्यापित होगा। संस्कृत विद्यालय-महाविद्यालयो में वर्षों से प्रबन्धकीय व्यवस्था के तहत कार्य कर रहे शिक्षकों के मानदेय वृद्धि पर भी वित्तीय स्वीकृति मिल गयी है अब 15 को होने वाली कैबिनेट की मुहर लगने के बाद शीघ्र शासनादेश निर्गत होगा फलस्वरूप इन शिक्षकों को 20, 25, और 30 हजार तक मानदेय मिलेगा। अन्य मुद्दों पर भी सहमति बनी। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष डा. राम भूषण बिजल्वाण ने कहा कि वार्ता बहुत ही सकारात्मक रही और महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सहमति बनी है हम सरकार का और शिक्षा मंत्री का धन्यवाद करते हैं। बाकी जिन बिंदुओं पर अभी आदेश जारी नहीं हुए है उनके लिए दो माह का समय सरकार को देते हैं विश्वास है शीघ्र संस्कृत हित में यह सरकार अच्छे कदम उठाएगी।खेद का विषय यह है कि जिस प्रकार से मंशा के साथ संस्कृत को द्वितीय राजभाषा का दर्जा दिया गया था उस दिशा में एक दशक बीतने के बाद भी संस्कृत हित कोई कार्य नही हुए थे लेकिन अब कुछ उम्मीद जगी है हम लोग दो माह और प्रतीक्षा करते हुए आज से शुरू होने वाले आंदोलन को अग्रिम दो माह के लिए स्थगित करते हैं बाकी संस्कृत के हितों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रहेगा। संस्कृत विद्यालय महाविद्यालय शिक्षक संघ ने एक स्वर में संस्कृत शिक्षा के सभी अधिकारियों का धन्यवाद किया साथ ही सभी संस्कृत हित अच्छे कार्यों को शीघ्र निस्तारण करनी की उम्मीद की। साथ सभी मीडिया बन्दुओं का भी आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर  प्रदेश महामंत्री डॉ नवीन जोशी प्रदेश संगठन के अनुशासन समिति के अध्यक्ष डॉक्टर अनुसूया प्रसाद सुंद्रियाल, संगठन के प्रदेश संरक्षक डॉ शैलेंद्र प्रसाद डंगवाल,  डॉ हरबोला  प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ हर्षमणी रतूड़ी,डॉक्टर नवीन जुयाल डॉक्टर दीपशिखा, डॉ गिरीश पांडे, डॉ कुलदीप पन्त, डॉ ओम प्रकाश ममगाई,  डॉ राकेश सेमवाल,डॉ नवीन नौटियाल, डॉ सीमा बिजल्वाण, डॉक्टर नवीन बेलवाल, डॉक्टर मनीषा भंडारी, डॉक्टर प्रकाश जोशी, राम प्रसाद थपलियाल, सुनील फोन्दणी , डॉ विद्या नेगी डॉ राजेश्वर भट्ट, देवी दयाल आदि उपस्थित रहे।