मंत्री महाराज के पुत्र का क्रूज बोट टेंडर प्रक्रिया में भाग लेना नियम विरुद्धः मोर्चा

-मंत्री के पुत्र ने टेंडर लेने का मन बनाया तो मिलेगा भी उन्हीं को
-संबंधित विभाग के मंत्री के परिजन नहीं कर सकते टेंडर प्रक्रिया में प्रतिभाग
-किसको लाभ देने के लिए बढ़ाई गई टेंडर की तारीख

विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के पुत्र सुयश रावत द्वारा टिहरी झील में जो क्रूज बोट टेंडर प्रक्रिया में प्रतिभाग किया गया है, निश्चित तौर पर प्रदेश के युवाओं, बेरोजगारों के साथ बहुत बड़ा छल है। उक्त टेंडर टिहरी विशेष क्षेत्र पर्यटन विकास प्राधिकरण द्वारा निकाला गया है। प्रश्न यह है कि पर्यटन मंत्री के बेटे ने जिस टेंडर प्रक्रिया में प्रतिभाग किया, किस आधार पर किया। क्योंकि व्यवस्था है कि कोई भी अधिकारी, जो उस विभाग का अधिकारी है, जिसमें टेंडर निकला है, उसमें उसके परिजन रिश्तेदार प्रतिभाग नहीं कर सकते तो फिर कैसे मंत्री जी के पुत्र ने प्रतिभाग कर टेंडर हथियाने की दिशा में प्रयास किया।
नेगी ने कहा कि पूर्व में भी इन गरीब मंत्री सतपाल महाराज के डिजिटल हस्ताक्षर वाला मामला अटका पड़ा है, जिसमें बहुत बड़ा संदेह मोर्चा को है। कई वर्षों पूर्व भी इनके परिवार पर पॉलीहाउस सब्सिडी मामले का दाग लगा था। उक्त क्रूज बोट टेंडर प्रक्रिया की तारीख को आगे बढ़ना निश्चित तौर पर मंत्री पुत्र को लाभ पहुंचाना था और यह भी निश्चित था कि टेंडर सिर्फ और सिर्फ मंत्री पुत्र का ही स्वीकृत होता। सवाल यह है कि क्या हर टेंडर, हर काम इन मंत्रीध् विधायकों के परिजनों को ही मिलेंगे। जनता क्या झुनझुना बजायेगी। मोर्चा निर्धन मंत्री सतपाल महाराज से आग्रह करता है कि राजनीति छोड़ पूजा पाठ में ध्यान लगाएं। पत्रकार वार्ता में मोर्चा महासचिव आकाश पंवार व दिलबाग सिंह मौजूद रहे।

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