देहरादून। उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के चुनाव के लिए 14 फरवरी को होने वाले मतदान को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए मशीनरी तैयारियों में जुट गई है। पोलिंग बूथों के हिसाब से देखें तो देहरादून जिले में सबसे अधिक 1873 और चम्पावत जिले में सबसे कम 333 पोलिंग बूथ हैं।
चुनाव आयोग के निर्देशों के क्रम में इस बार सभी पोलिंग बूथों पर मतदाताओं के लिए पानी, बारिश-धूप से बचाव के लिए शेड, बैठने की व्यवस्था, शौचालय जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं जुटाई जा रही हैं। मतदाता ज्यादा से ज्यादा संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग करें, इसके लिए उन्हें प्रेरित, प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्रयास ये किए गए हैं कि मतदाताओं को मताधिकार का प्रयोग करने के लिए दो किलोमीटर से अधिक की दूरी तय न करनी पड़े। इस पूरी कसरत के कारण ही इस बार प्रदेशभर में 621 नए पोलिंग बूथ बनाए गए हैं।
पूर्व में राज्यभर में पोलिंग बूथ की संख्या 11024 थी, जो अब बढ़कर 11647 हो गई है। जिलेवार पोलिंग बूथ की स्थिति देखें तो देहरादून में सबसे अधिक 1873 बूथ हैं, जबकि चम्पावत जिले में सबसे कम 333 बूथ हैं। अन्य जिलों की तस्वीर देखें तो हरिद्वार जिले में 1716, ऊधमसिंह नगर जिले में 1465, नैनीताल में 1005, टिहरी में 951, देहरादून में 944, अल्मोड़ा में 911, पिथौरागढ़ में 599, चमोली में 574, उत्तरकाशी में 539, बागेश्वर में 376, रुद्रप्रयाग जिले में 361 पोलिंग बूथों पर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। आयोग की ओर से मतदाताओं को जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। साथ ही उन्हें इस बात के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है कि सभी लोग अपना सही प्रतिनिधि चुनें।
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