अस्थमा के कारण कई बच्चे नहीं जा पाते हैं स्कूल

-डॉ. समर्थ गुप्ता ने अस्थमा को लेकर किया जागरुक

देहरादून। टर्नर रोड स्थित वेलमेड हॉस्पिटल ने विश्व अस्थमा दिवस के अवसर पर वेलमेड हैल्थकेयर सोसायटी के सदस्यों के लिए एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. समर्थ गुप्ता ने लोगों को अस्थमा के प्रति जागरुक किया। डॉ. समर्थ ने बताया कि अस्थमा की बीमारी के कारण कई बच्चे रोज स्कूल नहीं जा पाते हैं, जिसका असर उनकी पढ़ाई पर होता है।
उन्होंने कहा कि यदि लोग शुरूवाती लक्षणों को अनदेखा ना करें तो इस समस्या को काफी हद तक रोका जा सकता है, जैसे कई बार हल्की खांसी-जुकाम को लोग सामान्य समझते हैं और खुद ही कफ सिरप देकर इलाज करने की कोशिश करते हैं, जब खांसी ज्यादा बढ़ जाती है, तब जाकर डॉक्टर से जांच करते हैं और तब तक बीमारी फेफड़ों को पूरी तरह से जकड़ लेती है। उन्होंने बताया कि जिन लोगों को गंभीर कोविड हुआ था, उन्हें भी अस्थमा की शिकायत हो सकती है, इसलिए पोस्ट कोविड मरीजों को भी समय-समय पर अपने पल्मोनोलॉजिस्ट से परामर्श कराना चाहिए। इस मौके पर वेलमेड हॉस्पिटल के सीएमडी डॉ. चेतन शर्मा, सीईओ डॉ. ईशान शर्मा, सीओओ विक्रम सिंह नेगी, जीएम प्रकाश रावत, सुनील कुकरेती, वेलमेड हैल्थकेयर सोसायटी के कोर्डिनेटर महेश पांडे, राजेश परमार, पुष्पा रावत, गढ़वाल भ्रातृ मंडल के अध्यक्ष सुंदर लाल सेमवाल, रमाशंकर यादव, उषा कोटनाला आदि मौजूद रहे।

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