देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने देहरादून में एंजेल चकमा एवं उनके भाई माइकल के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने इस घटना को प्रदेश की बदहाल कानून व्यवस्था का जीवंत उदाहरण बताया। गोदियाल ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है और अपराधियों के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जब राजधानी देहरादून में ही आम नागरिक सुरक्षित नहीं हैं, तो पूरे प्रदेश की स्थिति का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अत्यंत चिंताजनक तथ्य यह है कि घटना के तीन दिन बाद पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज की गई, जो प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन की गंभीर लापरवाही को दर्शाता है। इस प्रकार की देरी न्याय प्रक्रिया को कमजोर करती है और पीड़ितों के साथ अन्याय है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उत्तराखंड का चरित्र कभी ऐसा नहीं रहा है। “वसुधैव कुटुम्बकम” की भावना को उत्तराखंड ने सदैव आत्मसात किया है। राज्य में इस तरह की घटनाएं न केवल दुर्भाग्यपूर्ण हैं, बल्कि प्रदेश की सामाजिक एकता पर भी प्रश्नचिह्न लगाती हैं। उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है कि यह घटना नस्लीय भेदभाव का परिणाम है या इसके पीछे कोई अन्य कारण है। सरकार और पुलिस को सच्चाई तक पहुंचने के लिए निष्पक्ष और गंभीर जांच करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस जघन्य घटना की रिपोर्ट तीन दिन बाद दर्ज होना बेहद गंभीर विषय है, जिसके लिए सरकार और पुलिस प्रशासन जिम्मेदार हैं। ऐसी घटनाओं को रोकना सरकार का कर्तव्य है। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तरखंड के लोग विशाल हृदय के हैं और किसी को डरने की आवश्यकता नहीं है।
श्री गोदियाल ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार जानबूझकर कानून व्यवस्था को ध्वस्त कर रही है और अपराधों पर नियंत्रण पाने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि दोषियों के विरुद्ध तत्काल कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने बताया कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी सोशल मीडिया पर बयान जारी करते हुए कहा कि एंजेल चकमा और उनके भाई माइकल के साथ जो हुआ, वह एक भयानक घृणा अपराध है। नफरत रातों-रात पैदा नहीं होती, इसे वर्षों से बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने चकमा परिवार और त्रिपुरा सहित पूरे उत्तर-पूर्व के लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि हमें गर्व है कि आप हमारे भारतीय भाई-बहन हैं।
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