जय जय जय जय जय हो तेरी हिन्दुस्तान
तुझ पर अर्पित तन मन धन और मेरी जान
जय जय जय जय हो तेरी हिन्दुस्तान।
सुगन्ध सी फैले हर ओर यश कीर्ति तेरी
गूंजे धरा पर हर ओर तेरे गुणों का गान
जय जय जय जय हो तेरी हिन्दुस्तान।
श्रृषि मुनियों की, तपस्थली,तू ही गंगा धाम
तू ही पूजा मेरी, तू ही हम सबका ईमान
जय जय जय जय हो तेरी हिन्दुस्तान।
रंग बिरंगी संस्कृति तेरी अनुपम तेरा नाम
तुझ से ही हम हैं, तू ही हमारी पहचान
जय जय जय जय हो तेरी हिन्दुस्तान।
शिखरों से सागर कच्छ से अरूणांचल तक
तेरे आंगन में पाते हैं,यहां सारे धर्म सम्मान
जय जय जय जय हो तेरी हिन्दुस्तान।
सत्य अहिंसा का धरा पर,तूने दीप जलाया
क्यों न हो हम सबको तुझ पर अभिमान
जय जय जय जय हो तेरी हिन्दुस्तान।
– हेमचन्द्र सकलानी