आईएसबीटी परिसर में होगी व्यापक सुधार योजना, पहाड़ी शैली में बनेंगे कियोस्क

-नए सिरे से होगी दुकानों की टेंडर प्रक्रिया, जलभराव और ई-चार्जिंग की व्यवस्था को भी मिलेगी प्राथमिकता
-एमडीडीए उपाध्यक्ष ने की विभागीय समीक्षा, परियोजनाओं को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण पूरा करने के निर्देश
-ठेकेदारों की संख्या पर नियंत्रण, आवासीय योजनाओं में पार्किंग सुधार और किराया नीति पर भी लिए अहम निर्णय

देहरादून। मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी द्वारा एक महत्वपूर्ण विभागीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न योजनाओं और कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई तथा कई अहम निर्णय लिए गए। उपाध्यक्ष ने निर्देशित किया कि आईएसबीटी परिसर में स्थित सभी कियोस्कों को पारंपरिक पहाड़ी शैली में पुनःनिर्मित किया जाएगा तथा परिसर की दुकानों, रेस्टोरेंट आदि का आवंटन पारदर्शी टेंडर सह नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा।
बरसात के मौसम से पहले आईएसबीटी परिसर में जलभराव की समस्या को समाप्त करने के लिए त्वरित कदम उठाने के निर्देश भी दिए गए। साथ ही, आईएसबीटी मॉल को जहां है, जैसे है की स्थिति में किराये पर देने की प्रक्रिया शीघ्र आरंभ की जाएगी। बैठक में बताया गया कि मॉल में इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग स्टेशन स्थापित किया जा चुका है और परिसर में अन्य स्थानों पर भी ई-चार्जिंग प्वाइंट लगाने की योजना है। इसके अतिरिक्त, अब आईएसबीटी से संचालित सभी वाहनों से उड्डा शुल्क गेट पर ही वसूला जाएगा। आमवाला तरला आवासीय योजना में एचआईजी भवनों के लिए ओपन पार्किंग को कवर करके नियमानुसार आवंटित करने के निर्देश भी दिए गए हैं।

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